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सोनभद्र: बाजार में मिल रही 10 हजार रुपये तक की राखी

सोमवार को भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक पावन पर्व रक्षाबन्धन है. त्योहार के चलते राखी की दुकानें बाजार में सज कर तैयार हैं. दुकानदार ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोरोना के कारण दुकानों पर नाममात्र के ग्राहक पहुंच रहे हैं.

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Published : Aug 2, 2020, 8:12 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:14 PM IST

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बाजार में मिल रही 10 हजार रुपये तक की राखी

सोनभद्र: सोमवार को भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबन्धन है. त्योहार के चलते राखी की दुकानें बाजार में सज कर तैयार हैं. दुकानदार ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोरोना के कारण दुकानों पर नाममात्र के ग्राहक पहुंच रहे हैं. वहीं बाजार में एक रुपये से लेकर 10 हजार तक की राखी उपलब्ध है.

वैश्विक महामारी कोविड-19 का असर रक्षाबंधन पर भी पड़ता नजर आ रहा है. हर साल रक्षाबंधन से एक सप्ताह पूर्व ही बाजार में खूब भीड़ और रौनक बढ़ जाती थी. इस वर्ष कोरोना के चलते ज्यादातर समय से बाजार बंद चल रहे हैं, जिसकी वजह से बाजार में चहल-पहल नहीं है.

बाजार में राखी और मिठाई की दुकानों को खोलने का परमिशन तो मिला है. वहीं दुकानों में भी अनेक प्रकार की राखियां मौजूद हैं. ग्राहकों की कमी से दुकानदार हताश हैं. इस बार राखी पर दुकानों से चाइनीज राखियां गायब हैं.

बच्चों को रिझाने के लिये कार्टून वाली राखियां जिसमें मोटू-पतलू, भीम आदि अनेक प्रकार की राखियां मौजूद हैं. इसके साथ ही बाजार में एक रुपये से लेकर 10 हज़ार तक की डिजाइनर व फैंसी राखी मिल रही हैं. दुकानदारों का कहना है कि कोविड-19 के चलते कस्टमर बहुत कम आ रहे हैं, जिसकी वजह से इस बार रक्षाबंधन में पूंजी निकलना भी मुश्किल है.

सोनभद्र: सोमवार को भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबन्धन है. त्योहार के चलते राखी की दुकानें बाजार में सज कर तैयार हैं. दुकानदार ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोरोना के कारण दुकानों पर नाममात्र के ग्राहक पहुंच रहे हैं. वहीं बाजार में एक रुपये से लेकर 10 हजार तक की राखी उपलब्ध है.

वैश्विक महामारी कोविड-19 का असर रक्षाबंधन पर भी पड़ता नजर आ रहा है. हर साल रक्षाबंधन से एक सप्ताह पूर्व ही बाजार में खूब भीड़ और रौनक बढ़ जाती थी. इस वर्ष कोरोना के चलते ज्यादातर समय से बाजार बंद चल रहे हैं, जिसकी वजह से बाजार में चहल-पहल नहीं है.

बाजार में राखी और मिठाई की दुकानों को खोलने का परमिशन तो मिला है. वहीं दुकानों में भी अनेक प्रकार की राखियां मौजूद हैं. ग्राहकों की कमी से दुकानदार हताश हैं. इस बार राखी पर दुकानों से चाइनीज राखियां गायब हैं.

बच्चों को रिझाने के लिये कार्टून वाली राखियां जिसमें मोटू-पतलू, भीम आदि अनेक प्रकार की राखियां मौजूद हैं. इसके साथ ही बाजार में एक रुपये से लेकर 10 हज़ार तक की डिजाइनर व फैंसी राखी मिल रही हैं. दुकानदारों का कहना है कि कोविड-19 के चलते कस्टमर बहुत कम आ रहे हैं, जिसकी वजह से इस बार रक्षाबंधन में पूंजी निकलना भी मुश्किल है.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:14 PM IST
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