लखनऊ : दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए प्रदेश भर के 95 पॉलीटेक्निक संस्थानों से विद्यार्थियों का गलत डाटा परिषद में जमा होने का मामला सामने आया है. संस्थानों की ओर से भेजी गई विद्यार्थियों की संख्या का परिषद के एनरोलमेंट डाटा से मिलान नहीं हो पा रहा है. परिषद ने त्रुटिपूर्ण डाटा भेजने वाले संस्थानों की सूची जारी करते हुए 15 फरवरी की रात 12 बजे तक वेरिफिकेशन कर दोबारा से डाटा अपलोड करने के निर्देश दिए हैं.
प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों में दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति का कार्य प्रगति पर है. शिक्षण संस्थान डाटा फाइनल करने से पहले उनका मिलान कर रहे हैं. छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति पोर्टल पर संस्थाओं की सूची प्रदर्शित की गई है. प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव के मुताबिक, पोर्टल पर अग्रसारित छात्र संख्या, अनुमोदित सीटों के सापेक्ष सम्बंधित शिक्षण संस्थान द्वारा अग्रसारित छात्र संख्या, प्राविधिक शिक्षा परिषद के एनेरोलमेंट डाटा में भिन्नता पाई गई है.
डाटा में अंतर होने के कारण विद्यार्थियों की संख्या को सत्यापित कर लॉक नहीं किया जा पा रहा है. जिसे देखते हुए बोर्ड सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने गलत डाटा अपलोड करने वाली पॉलीटेक्निक संस्थाओं के प्रधानाचार्य, निदेशक को लॉक किए गए मास्टर डाटा की छायाप्रति जिसमें संस्था का नाम, छात्रों का बोर्ड एनरोलमेंट डाटा की सत्यापति प्रति 15 फरवरी तक परिषदीय कार्यालय में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.
प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि कॉलेज की तरफ से भेजे गए विद्यार्थियों का डाटा और एनरोलमेंट के डाटा में अंतर पाया गया है. जिसके बाद इन सभी 95 कॉलेजों को दोबारा से डाटा को सही कर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं. जो कॉलेज डाटा सही नहीं करेंगे, उनके छात्रों का फॉर्म फॉरवर्ड नहीं किया जाएगा.