सीतापुर: अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से दर्जनों बार गड्डा युक्त सड़क की मरम्मत कराने की मांग करते-करते थक चुके ग्रामीणों ने आखिरकार खुद ही सड़क बनाने का बीड़ा उठाया. बिना किसी सरकारी मदद के आपस में ही चंदा कर सड़क का कायाकल्प किया. ग्रामीणों के प्रयास की क्षेत्र में जहां प्रशंसा हो रही है. वहीं, इससे पूरे इलाके के लोगों को राहत मिल रही है.
महमूदाबाद विकास खण्ड के कोठिला गांव की एक प्रमुख सड़क पिछले कई सालों से कीचड़ और बड़े-बड़े गड्ढों के कारण ग्रामीणों के लिये बड़ी समस्या बनी हुई थी. लोगों को इस मार्ग से गुजरने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था. सड़क की मरम्मत के लिये ग्रामीणों ने प्रधान से लेकर अधिकारियों तक कई बार गुहार लगाई लेकिन कोठिला सहित पड़ोसी गांव भूपपुरवा, मनोहरापुर, बखारी कला के हजारों लोगों के लिए मुसीबत बनी सड़क की समस्या का समाधान नहीं हो सका, जिससे मजबूर ग्रामीणों को अपनी समस्या का हल खुद करना पड़ा.
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ग्रामीणों ने आपस में चंदा कर गांव कोठिला निवासी विश्वनाथ के खेत से रामशंकर के खेत तक लगभग चार सौ मीटर सड़क को बनाने का काम शुरू किया. देखते ही देखते दो दिन में ग्रामीणों ने यह सड़क बनाकर तैयार कर दी.