सीतापुर: लखीमपुर खीरी में पूर्व विधायक निर्वेन्द्र मिश्रा का सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया. जमीन को लेकर हुए विवाद के दौरान उनकी रविवार को पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. उधर, पूर्व विधायक निर्वेन्द्र मिश्रा के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे सपा नेता पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा को पुलिस ने काजी कमलापुर पुलिस नाके पर रोक लिया और उन्हें वापस लखनऊ भेज दिया गया.
पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने योगी सरकार पर साधा निशाना
इसके बाद पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में ब्राह्मणों की दिन-दहाड़े हत्या की जा रही है. प्रदेश में अपराध अपने चरम पर है, लेकिन योगी सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है.
गौरतलब है कि पड़ोसी जनपद लखीमपुर खीरी में पूर्व विधायक निर्वेन्द्र मिश्रा की जमीनी विवाद में हुई मौत को लेकर इन दिनों सियासी पारा चढ़ा हुआ है. सोमवार को उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सपा नेता और पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा लखनऊ से लखीमपुर खीरी जा रहे थे तो उन्हें सीतापुर के काजी कमालपुर इलाके में पुलिस ने रोक लिया और लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत नही दी. इसी के बाद मीडिया से बातचीत में पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने सरकार की कार्यशैली की जमकर आलोचना की.
पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने कहा कि उन्हें बिना किसी कारण और लीगल नोटिस के जबरदस्ती रोका गया है. यह सरकार लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है. उन्होंने सवाल किया कि क्या किसी के अंतिम संस्कार में जाने का अधिकार नहीं रह गया है. या फिर उनके वहां जाने से कौन सी कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने वाली थी. आखिर सरकार क्यों नहीं चाहती कि हम उनके अंतिम संस्कार में शामिल हो. यह स्थिति अलोकतांत्रिक है और सरकार ऐसा करके अपनी असफलताओं पर पर्दा डालने का प्रयास कर रही है.
कैसे हुई पूर्व विधायक की हत्या ?
लखीमपुर खीरी जिले में संपूर्णानगर थाना क्षेत्र के तिरकौलिया पढुआ गांव के पास सड़क किनारे विवादित भूमि पर दबंगों द्वारा कब्जा किए जाने से रोकने के लिए पहुंचे निघासन विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे निर्वेन्द्र कुमार मिश्रा उर्फ मुन्ना की दबंगों से मारपीट हो गई. इस दौरान पूर्व विधायक निर्वेन्द्र कुमार मिश्रा को काफी चोटें आईं, जिसके चलते उनकी मौत हो गई. वहीं उनके बेटे को भी काफी चोटें आई हैं.
यह है पूरा मामला
दरअसल, संपूर्णानगर थाना क्षेत्र के तिरकौलिया पढुआ गांव के पास सड़क किनारे स्थित एक जमीन का पूर्व विधायक निर्वेन्द्र कुमार मिश्रा और दूसरे गुट के बीच पिछले कई सालों से न्यायालय में मुकदमा चल रहा था. रविवार को दोपहर 1 बजे दूसरे गुट के लोग विवादित जमीन पर कब्जा करने पहुंच गए. पूर्व विधायक निर्वेन्द्र कुमार मिश्रा को जब इसकी जानकारी हुई तो वे अपने बेटों के साथ मौके पर पहुंचे, जहां विवादित भूमि पर कब्जा करने वाले दबंगों से उनकी बहस हो गई. इस दौरान दबंगों ने पूर्व विधायक और उनके बेटे के साथ जमकर मारपीट की. दबंगों के हमले में घायल हुए पूर्व विधायक निर्वेन्द्र कुमार मिश्रा की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई. पूर्व विधायक निर्वेन्द्र कुमार मिश्रा के बेटे संजीव ने कस्बे के रहने वाले 2 दबंगों के खिलाफ नामजद तहरीर पुलिस को दी है. संजीव का आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से ही इन दबंगों ने उनकी विवादित पड़ी जमीन पर अवैध कब्जा करना शुरू किया था.
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