सीतापुर: जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई. बैठक के दौरान डीएम ने निर्देश दिए कि लोगों में इस प्राचीन चिकित्सा पद्धति का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. उन्होंने कहा कि सभी अपने जीवन में किसी न किसी रूप में आयुर्वेद का प्रयोग करते हैं. सही और पूर्ण जानकारी होने से लोगों में जागरूकता बढ़ेगी.
आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति पर जोर
डीएम अखिलेश तिवारी ने सभी चिकित्सकों से कहा कि मरीजों के इलाज के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. साथ ही उन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के विषय में जानकारी दी जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सरकार ने भी आयुष मंत्रालय की तरफ से दी गई सलाह को जन-जन तक पहुंचाना है. लोगों से अपील की है कि इन उपायों का प्रयोग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए करें.
डीएम ने दिए निर्देश
डीएम ने क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद में स्थित सभी आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में कराए जाने वाले आवश्यक कार्यों की सूची प्रस्तुत करें, ताकि कार्य कराए जा सकें. उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारियों को अस्पताल में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए. डीएम ने आयुष विभाग की तरफ से प्राप्त दवाओं को कंटेंनमेंट जोन और हाॅटस्पाट क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. साथ ही आयुष विभाग से प्राप्त निर्देशों के अनुसार अधिक से अधिक लोगों को आयुर्वेद के विषय में जानकारी देने की बात कही.
इम्यूनिटी बढ़ाने में आयुर्वेद का विशेष महत्व
डीएम ने कहा कि आयुर्वेद हमारी प्राचीन विरासत है, जिसकी आज भी प्रासंगिकता है. इसमें में बताए गए उपायों के जरिए हम लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं. कोरोना से बचाव के लिए इम्यूनिटी बढ़ाने में आयुर्वेद में बताए गए उपायों का विशेष महत्व है.
बैठक के दौरान सेवानिवृत्त क्षेत्रीय यूनानी एवं आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डॉ. प्रभात कुमार मिश्रा ने कहा कि आयुर्वेद का उपयोग न केवल बीमार व्यक्ति को स्वस्थ रखने में किया जाता है, बल्कि स्वस्थ्य व्यक्ति को सेहतमंद रखने में भी किया जाता है. बैठक के दौरान क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. कृष्ण गोपाल सहित सभी आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी और संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे.
सीतापुर: कोरोना से जंग, आयुर्वेद के जरिए इम्यूनिटी बढ़ाने पर जोर
यूपी के सीतापुर में डीएम ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक की. डीएम ने कहा कि मरीजों के इलाज के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. साथ ही उन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के विषय में जानकारी दी जाए.
सीतापुर: जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई. बैठक के दौरान डीएम ने निर्देश दिए कि लोगों में इस प्राचीन चिकित्सा पद्धति का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. उन्होंने कहा कि सभी अपने जीवन में किसी न किसी रूप में आयुर्वेद का प्रयोग करते हैं. सही और पूर्ण जानकारी होने से लोगों में जागरूकता बढ़ेगी.
आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति पर जोर
डीएम अखिलेश तिवारी ने सभी चिकित्सकों से कहा कि मरीजों के इलाज के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. साथ ही उन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के विषय में जानकारी दी जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सरकार ने भी आयुष मंत्रालय की तरफ से दी गई सलाह को जन-जन तक पहुंचाना है. लोगों से अपील की है कि इन उपायों का प्रयोग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए करें.
डीएम ने दिए निर्देश
डीएम ने क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद में स्थित सभी आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में कराए जाने वाले आवश्यक कार्यों की सूची प्रस्तुत करें, ताकि कार्य कराए जा सकें. उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारियों को अस्पताल में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए. डीएम ने आयुष विभाग की तरफ से प्राप्त दवाओं को कंटेंनमेंट जोन और हाॅटस्पाट क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. साथ ही आयुष विभाग से प्राप्त निर्देशों के अनुसार अधिक से अधिक लोगों को आयुर्वेद के विषय में जानकारी देने की बात कही.
इम्यूनिटी बढ़ाने में आयुर्वेद का विशेष महत्व
डीएम ने कहा कि आयुर्वेद हमारी प्राचीन विरासत है, जिसकी आज भी प्रासंगिकता है. इसमें में बताए गए उपायों के जरिए हम लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं. कोरोना से बचाव के लिए इम्यूनिटी बढ़ाने में आयुर्वेद में बताए गए उपायों का विशेष महत्व है.
बैठक के दौरान सेवानिवृत्त क्षेत्रीय यूनानी एवं आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डॉ. प्रभात कुमार मिश्रा ने कहा कि आयुर्वेद का उपयोग न केवल बीमार व्यक्ति को स्वस्थ रखने में किया जाता है, बल्कि स्वस्थ्य व्यक्ति को सेहतमंद रखने में भी किया जाता है. बैठक के दौरान क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. कृष्ण गोपाल सहित सभी आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी और संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे.