सीतापुर: बिसवां गैस हादसे में सात लोगों की दर्दनाक मौत के मामले में प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. प्रथम दृष्टया केमिकल फैक्ट्री से गैस रिसाव की पुष्टि होने के बाद अधिकारियों ने फैक्ट्री के कागजात खंगालने का काम शुरू कर दिया है. उद्योग और व्यापार कर विभाग में फैक्ट्री के पंजीकरण की तहकीकात की जा रही है.
केमिकल फैक्ट्री जांच के दायरे में
गुरुवार को बिसवां इलाके में एक दरी फैक्ट्री में आग लग गई थी. फैक्ट्री का चौकीदार उसके परिवार के चार सदस्यों के अलावा 2 अन्य व्यक्तियों की आग लगने से मौत हो गई थी. जिस दरी फैक्ट्री में यह हादसा हुआ उसके पास एक केमिकल फैक्ट्री भी है. केमिकल फैक्ट्री में केमिकल के ट्रांसपोर्टेशन का काम किया जाता है. केमिकल फैक्ट्री से बहाए गए रसायनयुक्त पानी से फैली गैस के कारण लोंगो की मौत होने की आशंका जताई जा रही है. प्रथम दृष्टया यह बात सामने आने के बाद केमिकल फैक्ट्री को जांच के दायरे में ले लिया गया है.
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक आशीष गुप्ता ने बताया कि बालाजी के नाम से केमिकल की दो फर्म पंजीकृत हैं. इसमें एक फर्म उद्योग केंद्र में नहीं, बल्कि सिर्फ वाणिज्य कर विभाग में पंजीकृत है. इन फर्म द्वारा केमिकल बनाया नहीं, बल्कि इसके परिवहन का कार्य किया जाता था. इस संबंध में पूरे तथ्यों की जांच की जा रही है. दूसरी ओर एसपी एलआर कुमार ने बताया कि पूरी सावधानी के साथ मौके पर फैले रसायनयुक्त पानी को हटाने की कार्रवाई की जा रही है. अन्य तथ्यों की भी गहराई से विवेचना की जा रही है.