सीतापुर: प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान का गांवो में कोई खास असर नही दिखाई दे रहा है.भीषण गंदगी के कारण मच्छर पैदा हो रहे हैं और मच्छरों से मलेरिया रोग का प्रकोप फैल रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने संचारी रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मलेरिया पर भी अंकुश लगाने की कवायद शुरू की है.
शहर और ग्रामीण दोनों ही इलाकों में स्वच्छता अभियान के नाम पर पानी की तरह पैसा खर्च किया जा रहा है. गांवों की साफ- सफाई के भी खास इंतजाम किए गए हैं. इसके बावजूद गंदगी का साम्राज्य कायम है. गंदगी के कारण ही मच्छरों का प्रकोप भी फैला हुआ है. इन्हीं मच्छरों के कारण मलेरिया की बीमारी भी पैर पसार रही है.
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक चालू वर्ष में मलेरिया के 600 केस पंजीकृत हुए हैं, जबकि चालू माह में एक दर्जन केस सामने आए हैं. मलेरिया के यह आंकड़े जिले में गन्दगी और मच्छरों के प्रकोप की गवाही दे रहे हैं.
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विशेष किस्म की गम्बूजिया मछली को तालाबों में डलवाया जा रहा है, जो मलेरिया के लार्वा को समाप्त करती है. इसके साथ ही मलेरिया की जांच और उपचार की भी समुचित व्यवस्था की जा रही है.
-डॉ. आरके नैय्यर, सीएमओ