सीतापुर: जिले के संदना थाना क्षेत्र की असल मजरा कुचलाई गांव निवासी रेशमा बानो पुत्री मुमताज की शादी 5 वर्ष पूर्व मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार दान-दहेज देकर पीड़िता के पिता ने मेराज पुत्र नजर अली निवासी ग्राम बेनीगंज थाना बेनीगंज जिला हरदोई के साथ की थी. शादी के बाद मेराज अपनी पत्नी रेशमा व परिवार को लेकर गौतमबुद्ध नगर काम करने के लिए चला गया. वहां पर सास जैतून, ससुर नजर अली, देवर सिराज, ननद साबरी लगातार रेशमा बानो को दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे.
50 हजार रुपये की मांग करने का आरोप
इससे तंग आकर रेशमा अपने मायके आकर बैठ गई. लगभग 2 वर्ष से वह अपने मायके में अपने पिता के साथ रह रही थी. 15 दिन पूर्व पति व ससुर उसके मायके आए और उसे कहा कि अब हम लोग बेनीगंज में आकर रहने लगे हैं. चलो साथ में रहो. रेशमा अपने ससुराल बेनीगंज चली गई. बीते गुरुवार को पति सहित देवर सास-ससुर द्वारा 50,000 रूपये की मांग की गई. मांग पूरी ना होने पर पति और देवर द्वारा महिला को जबरदस्ती गाड़ी में बैठा कर उसके मायके के पास धकेल दिया और तीन बार तलाक कहकर चला गया. शुक्रवार को इस घटना की तहरीर थाने में देकर रेशमा ने कार्रवाई की मांग की है. हालांकि अभी तक पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया है.
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