सीतापुर: जिले में दर्जनों सरकारी नलकूप तकनीकी खराबी के चलते वर्षों से खराब पड़े हैं. जिसके चलते किसान निजी नलकूपों व अन्य संसाधनों का प्रयोग कर सिंचाई करने को मजबूर हैं. शिकायतों के बाद भी संबंधित विभाग किसानों की परेशानी को नजर अंदाज किए हुए हैं.
विकास खंड गोंदलामऊ क्षेत्र के ग्राम पंचायत समसापुर के मजरा मढिया में बना राजकीय नलकूप संख्या 128 बीते 15 वर्षों से खराब पड़ा हुआ है. इस नलकूप पर आने वाली विद्युत लाइन के तार वर्षों पूर्व चोरी हो चुके हैं. जबकि नलकूप पर लगे ट्रांसफॉर्मर का भी कुछ पता नहीं है. नलकूप में प्रयोग आने वाली लोहे की पाईप व खेतों तक पहुंचाई गई पाईप भी चोरी हो चुकी है. किसान इस नलकूप को सही कराये जाने को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से दर्जनों बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन 15 वर्ष बाद भी नलकूप सही नहीं कराया जा सका. किसानों की सैकड़ों बीघा फसल निजी ट्यूबवेल के सहारे ही चल रही है. निजी ट्यूबवेल चालक किसानों से मनमाने रूपये सिंचाई के लेते हैं. ऐसे में किसानों की लागत काफी बढ़ जाती है. जितना किसान का खर्चा आता है, उतने की भी फसल तैयार नहीं हो पा रही है. किसानों का हर तरीके से शोषण ही होता है.