सीतापुर: रामकोट थाना क्षेत्र में बुधवार को एक बच्ची को गोद लेने के विवाद में किन्नरों ने सीओ सिटी के काफिले पर पथराव (stone pelting on police vehicle) कर दिया. पुलिस के मुताबिक, दो पक्ष एक बच्ची को लेकर अपना-अपना दावा कर रहे थे. जिसके बाद पुलिस ने बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के सामने पेश किया था. सीडब्ल्यूसी ने बच्ची को उसके पिता को सुपुर्द किया. वहीं, दूसरे पक्ष इस बात से सहमत नहीं था. जिसकी वजह से उन्होंने तहसील गेट पर हंगामा कर दिया. फिलहाल पुलिस इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
पुलिस के मुताबिक, मामला शहर कोतवाली इलाके का है, जहां दो पक्ष एक बच्ची को अपना-अपना दावा कर रहे है. रामकोट थाना क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी में रहने वाली रेखा जायसवाल (बच्ची के मां पक्ष की महिला) का कहना है कि उसके बगल की रहने वाली एक हिंदू महिला ने मरने से पहले अपनी बच्ची के पालन पोषण की जिम्मेदारी सौंपकर गई थी. वह पिछले 4 सालों से उस बच्ची का पालन पोषण कर रही थी. हाल ही में कुछ लोग आए उसकी बच्ची को उठा ले गए. इस संबंध में उसने स्थानीय पुलिस और पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर बच्ची वापस दिलाने की मांग की. इसी मामले में बुधवार को दोनों पक्ष को कोतवाली बुलाया गया था. पुलिस ने बताया कि रेखा की ओर से कुछ किन्नर भी मौके पर मौजूद थे, जहां पुलिस की कार्यशैली से नाराज लोगों ने पुलिस की गाड़ी पर चढ़ गए. इस दौरान उन्होंने पुलिस की गाड़ी पर पथराव भी किया.
वहीं, किन्नरों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की है. इस घटना के सम्बंध में सीओ सिटी ने बताया कि एक बच्ची पर दो लोग दावेदारी पेश कर रहे थे, जिसके चलते बच्ची को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया था. कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए अगली तारीख 6 दिसम्बर नियत की है. बच्ची की सुपुर्दगी को लेकर कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराए जाने के दौरान कुछ लोगों ने हंगामा और पथराव किया है, जिसको लेकर केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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