सीतापुर: 88 हजार ऋषि-मुनियों की पावन तपो भूमि मिश्रिख नैमिषारण्य में पिछले पखवाड़े आए सैकड़ों तीर्थ यात्री कोरोना वाइरस महामारी के चलते प्रदेश में लॉकडाउन होने के चलते यहां पर फंसे हुए हैं. वहीं यात्रियों के पास पास राशन और गैस आदि आवश्यक वस्तुऐं समाप्त होने से वह भूखे पेट रह कर रातें गुजारने पर मजबूर हो रहे थे. बता दें कि जानकारी मिलने पर एसडीएम राजीव पाण्डेय ने गौ रक्षा समिति के अध्यक्ष बनगढ़ आश्रम महंत संतोष दास खाकी के साथ नैमिष पहुंच कर उड़ीसा गौड़ीय मठ में ठहरे उड़ीसा प्रांत के पुरी जिले के 51 तीर्थ यात्रियों का हाल चाल जाना. प्रशासन की टीम ने यहां सभी मौजूद सभी तीर्थ यात्रियों के साथ हाथ सैनेटाइज कराए और उन्हें भोजन के पैकेट दिये.
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वहीं लंच पैकेट के साथ ही यात्रियों को एक बोरी आटा, दाल, चावल, गैंस सिलेंडर आदि आवश्यक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई. साथ ही कई बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों के पास महत्वपूर्ण दवाइयां खत्म हो गयी थी. उनका मेडिकल चेक-अप करार दवाइयां भी उपलब्ध कराई. एसडीएम ने बताया कि बाहर से आने वाले श्रमिकों के आश्रय स्थल हेतु मिश्रिख व नैमिष के रैन बसेरे में व्यवस्था करा दी है. साथ ही कहा कि समस्त खंडविकास अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ग्राम पंचायतों में बाहर से आने वाले श्रमिकों को गांव के बाहर उचित दूरी बनाकर विद्यालयों मे रखा जाय और सभी का मेडिकल परीक्षण कराया जाय.