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सीतापुरः सावन के आखिरी सोमवार पर प्रशासन की उपेक्षा से परेशान रहे श्रद्धालु - सावन के मौके पर श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में शिवालयों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही. श्रद्धालुओं ने अपनी-अपनी आस्था के मुताबिक पैदल और दण्डवत पूजा-अर्चना की. इस दौरान प्रशासन की तैयारी नाकाफी दिखी, मंदिर के रास्ते पर सड़क न सिर्फ खराब है बल्कि जलभराव से श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

सावन के आखिरी सोमवार पर भक्तों की भीड़.
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Published : Aug 12, 2019, 2:54 PM IST

सीतापुरः जिला मुख्यालय पर श्यामनाथ मंदिर अति प्राचीन और पौराणिक है. नैमिषारण्य के देव देवेश्वर तीर्थ से गंगा, गोमती का जल भरकर लाने वाले कांवड़िये यहां जलाभिषेक करते हैं. लेकिन इस बार मार्ग दुरुस्त न होने और सड़क पर जलभराव होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

सावन के आखिरी सोमवार पर की गई पूजा-अर्चना.

मंदिर के व्यवस्थापकों ने प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि प्रशासन की उपेक्षा के चलते सुविधाओं का अभाव रहा. जिससे श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

जलाभिषेक करने उमड़े श्रद्धालु-

  • श्यामनाथ मंदिर पर सावन के आखिरी सोमवार पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी.
  • श्रद्धालुओं ने अपनी-अपनी आस्था के मुताबिक शिवालयों पर जलाभिषेक किया.
  • कुछ श्रद्धालु पैदल और कुछ दण्डवत मंदिर तक गए.
  • मंदिर मार्ग दुरुस्त नहीं थे और सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है.
  • जिसके चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

इसे भी पढ़े- 300 साल पुराना है बाराबंकी का बराती शिवाला मंदिर, जानिए इसके नाम के पीछे की कहानी

सीतापुरः जिला मुख्यालय पर श्यामनाथ मंदिर अति प्राचीन और पौराणिक है. नैमिषारण्य के देव देवेश्वर तीर्थ से गंगा, गोमती का जल भरकर लाने वाले कांवड़िये यहां जलाभिषेक करते हैं. लेकिन इस बार मार्ग दुरुस्त न होने और सड़क पर जलभराव होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

सावन के आखिरी सोमवार पर की गई पूजा-अर्चना.

मंदिर के व्यवस्थापकों ने प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि प्रशासन की उपेक्षा के चलते सुविधाओं का अभाव रहा. जिससे श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

जलाभिषेक करने उमड़े श्रद्धालु-

  • श्यामनाथ मंदिर पर सावन के आखिरी सोमवार पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी.
  • श्रद्धालुओं ने अपनी-अपनी आस्था के मुताबिक शिवालयों पर जलाभिषेक किया.
  • कुछ श्रद्धालु पैदल और कुछ दण्डवत मंदिर तक गए.
  • मंदिर मार्ग दुरुस्त नहीं थे और सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है.
  • जिसके चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

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Intro:सीतापुर:भगवान भोलेनाथ का प्रिय सावन मास खत्म होने को है.इस माह के आखिरी सोमवार को शिवालयों में भक्तो की भारी भीड़ उमड़ी.श्रद्धालुओं ने अपनी अपनी आस्था के मुताबिक कहीं पैदल तो कहीं दण्डवत करते हुए शिवमंदिरों की दूरियां तय की और वहां पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की.


Body:सीतापुर में जिला मुख्यालय पर श्यामनाथ मंदिर अति प्राचीन एवं पौराणिक है.नैमिषारण्य के देव देवेश्वर तीर्थ से आदि गंगा गोमती का जल भरकर लाने वाले कांवड़िए यहां जलाभिषेक करते हैं लेकिन इस बार मार्ग दुरुस्त न होने और सड़क पर जलभराव होने के कारण लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा.श्यामनाथ मंदिर के व्यवस्थापकों ने प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि प्रशासन की उपेक्षा के चलते सुविधाओं का अभाव रहा लिहाजा श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

बाइट-शिवा गोस्वामी (स्थानीय निवासी)
बाइट-योगेश (महंत-श्याम नाथ मंदिर)


Conclusion:नीरज श्रीवास्तव, सीतापुर 9415084887
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