सीतापुर: 88 हजार ऋषियों की पावन तपोभूमि नैमिषारण्य स्थित आश्रमों में गुरु पूर्णिमा महापर्व के मौके पर श्रद्धालु अनलॉक- 2 में भी नहीं पहुंच सके. प्रशासन की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के कारण गुरुभक्त अपने-अपने गुरुओं के दर्शन नहीं कर पाए. आश्रमों में रहने वाले श्रद्धालुओं ने ही गुरु पूजन की परंपरा का निर्वहन सोशल डिस्टेंसिंग के साथ किया.
जिला प्रशासन के सख्त निर्देश पर नैमिषारण्य जाने वाले सभी प्रवेश द्वारों पर भारी पुलिस बल तैनात है. नैमिषारण्य के विभिन्न आश्रमों में कोरोना के चलते गुरुपूजन सादगी और शांति से मनाया गया. नैमिषारण्य के सभी प्रसिद्ध संतों ने कई दिन पहले ही श्रद्धालुओं को घर में ही गुरु पूजन करने की अपील की थी, जिसका असर रविवार को महापर्व पर देखने को मिला.
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ की गई पूजा-अर्चना
गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर नैमिषारण्य तीर्थ में विभिन्न आश्रमों में गुरु पूजन का आयोजन किया गया. परंपरा के अनुसार प्रसिद्ध स्वामी नारदानंद आश्रम में पीठाधीश्वर जगदाचार्य स्वामी देवेंन्द्रानन्द सरस्वती के सानिध्य में श्रद्धालुओं ने ब्रम्हलीन नारदानंद सरस्वती की समाधि स्थल पर पूजा-अर्चना किया. इस दौरान वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया. आश्रम के भक्तों और ब्रह्मचारियों ने श्री हरि शरणम् सदगुरु शरणम् का जयकारा लगाते हुए भव्य शोभायात्रा के साथ ब्रम्हलीन नारदानंद सरस्वती की समाधि स्थल पहुंचे. इसके बाद जगदाचार्य स्वामी जी आश्रम के मध्य स्थित शौनक कुटी पहुंचे. इस दौरान स्वामी जी के भक्तों ने अपने गुरु का पूजन-अर्चन किया.
गुरु भक्तों ने पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया
नैमिषारण्य व्यास पीठाधीश अनिल कुमार शास्त्री ने यज्ञ का अनुष्ठान किया. इसके बाद उनके शिष्यों ने आशीर्वाद प्राप्त किया. काली पीठाधीश गोपाल शास्त्री ने पीठ स्थित गुरु गोंदवालेकर महाराज का श्रृंगार किया. महंत बजरंगदास ने प्रसिद्ध हनुमान गढ़ी स्थित दक्षिण मुखी हनुमान जी का विशेष महाश्रृंगार और महाप्रसाद अर्पित किया. सूत गद्दी मंदिर में महंत मनीष शास्त्री के सानिध्य में सूत जी का विशेष पूजन और 108 शालिग्राम भगवान का अभिषेक किया गया. हरिहरानंद आश्रम में स्वामी हरिहरानंद जी महाराज का आश्रम में रहने वाले गुरु भक्तों ने पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया. देवपुरी में भी रहने वाले साधु-संतों ने गुरुपर्व पर पूजा-अर्चना कर नमन किया.
कोरोना के संक्रमण के चलते जिला प्रशासन ने शनिवार से ही सख्त निर्देश लागू किया था. इसकी वजह से देश और प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले गुरुभक्तों की संख्या न के बराबर रही. पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच नगर जाने वाले प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग लगाई गई थी, ताकि कोई अंदर न आ सके. एसडीएम राजीव पांडेय, सीओ अभय प्रताप मल्ल, तहसीलदार सीके त्रिपाठी, कोतवाल इन्द्र जीत सिंह दिन भर मॉनिटरिंग करते रहे.