सीतापुर: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (Assembly election 2022) में सरकार किसकी होगी. इसका फैसला उत्तर प्रदेश की जनता करेगी. जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है. सभी राजनीतिक पार्टी प्रभावशाली नेताओं को अपने पक्ष में करने की जुगत लगा रही है. वहीं सीतापुर की सियासत में अभी से बदलाव दिखने लगे हैं.
बीते दिनों सीतापुर सदर सीट से बीजेपी के टिकट से चुनाव जीते राकेश राठौर ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भेंट की, भारतीय जनता पार्टी के विधायक राकेश राठौर कई मुद्दों पर अपनी ही सरकार पर सावालिया निशान खड़े कर चुके हैं. उनकी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से भेंट के बाद जिले की सियासी हलचल तेज हो गई है. वहीं जिले में चर्चा यह भी है जनपद के अधिकांश बीजेपी के विधायक सपा मुखिया अखिलेश यादव के सम्पर्क में हैं.
जबकि, सिधौली विधानसभा सीट से बसपा विधायक हरगोविंद भार्गव एमएलसी चुनाव के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात करने के बाद अपने पिता पूर्व ब्लॉक प्रमुख सिधौली राम दुलारे भार्गव को सपा की सदस्यता दिला चुके हैं. सूत्रों की माने तो जिले के अधिकांश बीजेपी विधायक सपा मुखिया अखिलेश यादव के सम्पर्क में हैं.
2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में हो सकता है बड़ा बदलाव
सीतापुर की 9 विधानसभा सीटों में से 7 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. समाजवादी पार्टी के खाते में सिर्फ महमूदाबाद विधानसभा सीट आई, वहीं बहुजन समाज पार्टी के खाते में भी सिधौली विधानसभा सीट आई थी.
2017 के विधानसभा चुनाव में सपा का गढ़ माने जाने वाले सीतापुर में समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा था. स्थिति यह रही कि वर्ष 2012 में जहां पार्टी 9 में से 7 सीटों पर कब्जा जमाने में सफल रही. वहीं 2017 के चुनाव में उसे सिर्फ महमूदाबाद की सीट से ही संतोष करना पड़ा. अन्य 7 सीटों पर बीजेपी को जीत हासिल की.
सीतापुर के ये हैं वर्तमान विधायक
विधानसभा सीट | विजयी प्रत्याशी | पार्टी |
महोली | शशांक त्रिवेदी | बीजेपी |
सीतापुर सदर 146 | राकेश राठौर | बीजेपी |
हरगांव | सुरेश राही | बीजेपी |
लहरपुर | सुनील वर्मा | बीजेपी |
बिसवां | महेंद्र सिंह यादव | बीजेपी |
सेवता | ज्ञान तिवारी | बीजेपी |
महमूदाबाद | नरेंद्र सिंह वर्मा | सपा |
सिधौली | हरगोविंद भार्गव | बसपा |
मिश्रिख | रामकृष्ण भार्गव | बीजेपी |
सीतापुर सदर सीट-146
साल 2017 के चुनाव में सीतापुर सदर सीट पर कांग्रेस-सपा गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे सपा से चार बार विधायक रहे राधेश्याम जयसवाल को बीजेपी के प्रत्याशी राकेश राठौर ने 24839 मतों से मात दी थी. इस चुनाव में भाजपा से प्रत्याशी राकेश राठौर को 98,850 वोट मिले. वहीं सपा से 4 बार विधायक रहे राधेश्याम जयसवाल को 74011 वोट मिले थे.
मतदाताओं का आकड़ा
सीतापुर की सदर विधानसभा में ओबीसी वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा है. दूसरे नम्बर मुस्लिम वोटर हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में करीब 6 लाख 93 हजार 682 मतदाता हैं, जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 3 लाख 66 हजार 820 है. वही महिला मतदाताओं की संख्या 3 लाख 26 हजार 862 है.
इस विधानसभा क्षेत्र में ठाकुर, ब्रम्हा, अर्कवंशी सहित लगभग सभी जातियों के लोग रहते हैं.
विकास बन सकता है बड़ा मुद्दा
2022 में होने वाले चुनाव में सीतापुर सदर विधानसभा में विकास बड़ मुद्दा हो सकता है. पिछली सपा सरकार के दौरान सीतापुर में करोड़ों की लागत से ट्रामा सेंटर का निर्माण कराया गया था इस ट्रामा सेंटर में अभी तक मेडिकल स्टाफ की तैनाती नहीं हो सकी है और न ही उपकरण आदि उपलब्ध कराये गये हैं. इसके अलावा शहर से लेकर विधानसभा क्षेत्र के गांवों की सड़कें जर्जर बनी हुई है.
सिविल लाइन विजय लक्ष्मी नगर जैसे पाश इलाकों में भी लोग इन्हीं जर्जर सड़कों से गुजरते हैं. वहीं शहर के कई मोहल्लों में बारिश का पानी भर जाता है. शहर में रोडवेज बस अड्डा, पुलिस लाईन रेलवे क्रासिंग, जेल रोड, मुंशीगंज में जाम की समस्या लम्बे समय से है. रोडवेज बस अड्डा शहर से बाहर नहीं हो सका है जबकि काफी समय पहले ही इसका प्रस्ताव जा चुका है.
वहीं औधोगिक क्षेत्र व शिक्षा के क्षेत्र में भी कोई खास बदलाव नही हो सका है. छात्रों के लिए शहर में कोई डिग्री कालेज नहीं है. विधानसभा क्षेत्र के कजरिया में कन्या डिग्री कॉलेज बनना शुरू हुआ था इसका निर्माण कार्य बंद है. वहीं बेसहारा मवेशी खेतों में किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. शहीदों की स्मृतियों को सहेजें लालबाग शहीद पार्क के लिए 1.19 करोड़ रूपये की कार्य योजना भी बनी यह भी फाईलों में गुम होकर रह गई.
सीतापुर सदर से अब तक के विधायक
साल | विजयी प्रत्याशी | पार्टी |
1951 | हकीम बशीर अहमद | कांग्रेस |
1957 | हरीश चन्द्र | कांग्रेस |
1962 | शारदानंद | जेएस |
1967 | टीप्रसाद | बीजेएस |
1969 | श्याम किशोर | कांग्रेस |
1974 | श्याम किशोर | कांग्रेस |
1977 | राजेन्द्र कुमार | जेएनपी |
1980 | राजेन्द्र कुमार गुप्ता | भाजपा |
1985 | राजेन्द्र कुमार गुप्ता | भाजपा |
1989 | राजेन्द्र कुमार गुप्ता | भाजपा |
1991 | राजेन्द्र कुमार गुप्ता | भाजपा |
1993 | राजेन्द्र कुमार गुप्ता | भाजपा |
1996 | राधेश्याम जायसवाल | सपा |
2002 | राधेश्याम जायसवाल | सपा |
2007 | राधेश्याम जायसवाल | सपा |
2012 | राधेश्याम जायसवाल | सपा |
2017 | राकेश राठौर | भाजपा |
1980 से 1993 तक भाजपा के राजेन्द्र कुमार गुप्ता पांच बार विधायक चुने गये. वहीं, 1996 से 2012 तक सपा के राधेश्याम जायसवाल चार बार विधायक रहे.