सीतापुर: जिला बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने आया है. यहां फर्जी डिग्रियों के आधार पर दस शिक्षक नौकरी करते हुए पाए गए हैं. वहीं बीएसए इन शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ ही वेतन आदि की वसूली के आदेश भी जारी किए गए हैं. हैरत की बात यह है कि इस गोलमाल का खुलासा विभागीय जांच के बजाय एसआईटी की जांच में हुआ है.
एसआईटी की जांच में हुआ खुलासा
एसआईटी की जांच में जिन शिक्षकों की डिग्रियां फर्जी पाई गई हैं. वह सभी डिग्रियां डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से जारी हुई थी. इन्ही फर्जी डिग्रियों के आधार पर शिक्षक विभिन्न ब्लॉक के विद्यालयों में नौकरी कर रहे थे. एसआईटी ने जब अपनी जांच में इनकी डिग्रियों को फर्जी पाया तो बेसिक शिक्षा विभाग को रिपोर्ट भेजी. इसी जांच रिपोर्ट के बाद बीएसए ने इन सभी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है.
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इन शिक्षकों को बर्खास्त किया गया
- नाम- विद्यालय
- सत्यवीर सिंह प्राथमिक विद्यालय बगस्ती विकास खण्ड रामपुर मथुरा
- कविता राज उच्च प्राथमिक विद्यालय तेजवापुर विकास खण्ड बेहटा
- प्रमिला सिंह प्राथमिक विद्यालय निजामबाद विकास खण्ड परसेंडी
- धर्मेंद्र सिंह उच्च प्राथमिक विद्यालय दहेली विकास खण्ड बेहटा
- चंद्र प्रताप सिंह उच्च प्राथमिक विद्यालय मंसूरपुर द्वितीय विकास खंड परसेंडी
- भावना यादव प्राथमिक विद्यालय लहुरीवान विकास खण्ड सिधौली
- वीरेन्द्र प्रताप मिश्र प्राथमिक विद्यालय टीकौली विकास खण्ड सिधौली
- महेन्द्र प्रताप सिंह प्राथमिक विद्यालय सरैया कायस्थान विकास खण्ड परसेंडी
- धर्मेंद्र कुमार प्राथमिक विद्यालय गुजरापुर विकास खण्ड मछरेहटा
- शीलेन्द्र कुमार प्राथमिक विद्यालय उमरी गनेशपुर नवीन विकास खण्ड रामपुर
एसआईटी की टीम ने डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से पास किए गए बीएड वालों का उन्होंने जांच किया है. 2004-05 में जो लोग फर्जी डिग्री बनवाके विभिन्न जगहों पर नौकरी कर रहे थे. उनकी जांच हुई, इसी के तहत हमारे यहां के दस शिक्षकों को चिंहित किया गया. उन्हें तत्काल बर्खास्त कर दिया गया है.
अजय कुमार, बीएसए