सिद्धार्थ नगरः डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के भनवापुर में धान खरीद के नाम पर बड़ी गड़बड़ी उजागर हुई है. किसानों की खसरा- खतौनी लगाकर एसडीएम डुमरियागंज की आईडी से खरीद को एप्रूवल दे दिया गया. इनमें से कई के पास जमीन तक नहीं है. रजिस्ट्रार भूलेख डुमरियागंज सतीश चंद्र श्रीवास्तव और दीनदयाल अपर जिला सहकारी सचिव की तहरीर पर 10 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस किसी भी आरोपी को गिरफ्तार गिरफ्तारी नहीं की है.
जनसेवा केंद्र से हुआ खेल
डुमरियागंज में धान खरीद का मामला शुरू से संदेह के घेरे में रहा. भनवापुर में एफसीआई क्रय केंद्र के सचिव पर लंबा घोटाला करने का आरोप है. ऐसे किसानों से धान खरीद का फर्जी एप्रूवल एक जन सेवा केंद्र से दिलाया गया, जिनके पास सीमित कृषि भूमि थी. इन किसानों से 200 क्विंटल से लेकर 300 क्विंटल तक धान की खरीद दिखा दी गई. सारा खेल मन्नीजोत के एक जन सेवा केंद्र और सचिव रमेश गुप्ता के माध्यम से हुआ.
10 लोगों पर केस दर्ज
सचिव के पास बिजवार बढ़ई, सिकटा, भरवटिया, चिताहीं, देवरिया चमन धान क्रय केंद्र की जिम्मेदारी थी. मंडी समिति से फर्जी पास बनवाकर सारा खेल किया गया और खरीद भी इसी मार्फत दिखाई गई है. नियमतः बड़े किसानों की फसल खरीद के लिए एसडीएम अप्रूवल देते हैं, लेकिन मन्नीजोत चौराहे पर स्थित अर्जुन फोटो स्टूडियो के पास एसडीएम का फर्जी आइडी पासवर्ड मौजूद था. इससे एप्रूवल के लिए मेहनत भी नहीं करनी पड़ती थी. भूलेख कानूनगो और अपर जिला सहकारी समिति की तहरीर पर डुमरियागंज पुलिस ने 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है.
तहरीर के आधार पर आपरेटर विकास, एफसीआई रमेश गुप्ता, हरिश्याम, हरीश, अभिषेक, सोनू गुप्ता, वेद प्रकाश, हरिकृष्ण, हरिश्याम, अमित तिवारी भूलेख आपरेटर डुमरियागंज के उपर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. मामला लाखों का है, आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम लगाई गई है.
-केडी सिंह, कोतवाल