सहारनपुर: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने POK के मुजफ्फराबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए भारतीय मुसलमानों को भड़काने का काम किया है. उन्होंने अपनी रैली में कहा कि भारत और पाकिस्तान के मध्य अगर युद्ध होता है तो भारतीय मुसलमान पाकिस्तान की ओर से लड़ेंगे, जिसके बाद देवबंद के भारतीय मुसलमानों ने इमरान खान को आडें हाथों लिया है.
मानसिक रूप से बीमार हैं इमरान खान
देवबंद में पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर देवबंद के युवा मुस्लिमों का कहना है कि इमरान खान मानसिक रूप से बीमार हैं. उन्हें अपना इलाज कराना चाहिए. अगर इमरान खान ने हिंदुस्तान की ओर आंख भी उठाई तो सबसे पहले देवबंदी युवा पाकिस्तान के खिलाफ हथियार उठाकर अपने वतन की रक्षा करेगा.
इसे भी पढ़ें - बिहार के सिवान में कस्तूरबा गांधी के साथ पहुंचे थे महात्मा गांधी, आजादी में मिली है अहम मदद
क्या कहना है युवाओं का
पाक पीएम के बयान पर ईटीवी भारत की टीम ने फतवो की नगरी देवबंद पहुंचकर वहां के मुस्लिम युवाओं से बातचीत की तो युवाओं में इमरान खान के खिलाफ आक्रोश दिखा. देवबंद के युवाओं का कहना है कि देवबंद की धरती से पूरी दुनिया में इस्लामिक तालीम का डंका बजता है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारतीय मुसलमान के इमान पर सवाल खड़े कर रहे हैं, जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. युवाओं ने बताया कि हम जिस देश मे रहते हैं, जिस देश का नामक खाते हैं, जिस देश का पानी पीते हैं, उस देश के लिए अपनी जान दे सकते हैं. एक बार इमरान खान देवबंद की पाक धरती पर आ जाएं, यहां हम उन्हें दारुल उलूम में अच्छी शिक्षा भी दिलाएंगे और अच्छी तरह इलाज भी करा देंगे.
जब जान देने की बात आई तो देश के लिए आगे आया मुसलमान
देश की आजादी के लिए असफाक उल्ला खां, शाह अब्दुल अजीज, हैदर अली, समेत हजारों मुस्लिमों ने कुर्बानी दी है. उनकी शहादत को हम बेकार नहीं जाने देंगे. हमारे लिए मजहब से पहले देश है और देश की हिफाजत करना सभी मुसलमानों का फर्ज है. जब भी देश को हमारी जरूरत होगी, इस देश के मुसलमान पाकिस्तान के खिलाफ लड़ने के लिए सबसे आगे खड़े मिलेंगे. हम अपने देश से मोहब्बत करते हैं. जिस तरह देश की आजादी के वक्त हजारों हिन्दू-मुसलमान भाइयों ने मिलकर लड़ाई लड़ी थी. जरूरत पड़ी तो इस बार भी सब मिलकर पाकिस्तान को मुहंतोड़ जवाब देने का काम करेंगे.