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इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा: सहारनपुर में फेरी लगाने वाले की बेटी बनी जिला टॉपर

यूपी के सहारनपुर में राखी ने इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. राखी के इंटरमीडिएट परीक्षा में 89.6 प्रतिशत अंक आने के बाद से परिजनों में जश्न का माहौल है. राखी के पिता गांव-गांव फेरी लगाकर अपनी बेटियों को पढ़ा-लिखा रहे हैं.

इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में राखी ने किया टॉप
इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में राखी ने किया टॉप
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Published : Jun 27, 2020, 9:18 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:22 PM IST

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट शनिवार को घोषित किया गया. जिले के सरसावा की रहने वाली राखी ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में 89.6 प्रतिशत अंक पाकर जनपद सहारनपुर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. बेटी की इस उपलब्धि से परिजनों में जश्न का माहौल है और स्कूल के अध्यापकों में भी खुशी की लहर है. राखी के पिता गांव-गांव फेरी लगाकर चप्पल बेचकर अपनी तीन बेटियों को पढ़ा-लिखा रहे हैं.

जिले में प्रथम स्थान आने की खबर मिलते ही बधाई देने वालों का राखी के घर तांता लग गया है. बेटी की उपलब्धि के बाद पिता मिठाइयां बांट रहे हैं. राखी भविष्य में इंजीनियर बनकर देश की सेवा करना चाहती है.

इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 89.6 प्रतिशत अंक
राखी ने इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 89.6 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. राखी ने जिले में प्रथम स्थान प्राप्त कर माता-पिता और स्कूल का नाम रोशन किया है. इससे स्कूल अध्यापकों और परिजनों में खुशी का माहौल है. माता-पिता, शुभ चिंतकों और रिश्तेदारों को मिठाई खिलाकर मुहं मीठा करा रहे हैं.

आपको बता दें कि कस्बा निवासी विक्रम सिंह गांव-गांव फेरी लगाकर चप्पल बेचने का काम करते हैं. विक्रम की तीन बेटियां हैं. राखी तीनों बहनों में सबसे बड़ी है, जो कस्बा सरसावा के डीसी जैन इंटर कॉलेज में पढ़ती है. विक्रम सिंह दिनभर गांव दर गांव फेरी लगाकर जो कुछ कमाते हैं, उससे अपने परिवार के पालन-पोषण के साथ तीनों बेटियों को पढ़ा-लिखा रहे हैं.

'बेटा-बेटी में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए'
राखी के पिता का कहना है कि बेटा-बेटी में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. बेटों की तरह बेटियां भी किसी से कम नहीं हैं. आज उनकी बेटी राखी ने यह साबित कर दिखाया है. राखी और उसके माता-पिता ने सपने में भी नहीं सोचा था कि इंटरमीडिएट की परीक्षा में वह जिले में टॉप कर पायेगी. राखी 89.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में अव्वल आई है, जिसके बाद स्कूल और परिजनों में जश्न का माहौल बना हुआ है. राखी के अध्यापक घर पर ही बधाई देने आ रहे हैं.

राखी ने बताया सफलता का राज
राखी ने बताया कि उसके इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 89.6 प्रतिशत अंक आए हैं. राखी का जिले में प्रथम स्थान आया है, जिसके बाद वह और उसका परिवार बहुत खुश है. राखी ने बताया कि इस उपलब्धि के लिए मेरे माता-पिता, अध्यापक और दोस्तों का सहयोग रहा है. जहां माता-पिता ने सही समय पर स्कूल और ट्यूशन की फीस जमा कराई है, वहीं अध्यापकों ने सही तरीके से पढ़ाया है. साथ ही दोस्तों ने परेशानी होने पर हिम्मत बढ़ाई है. राखी का कहना है कि आज उसकी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन है. आगे की पढ़ाई वह इंजीनियरिंग से करना चाहती है, ताकि अच्छा इंजीनियर बनकर देश की सेवा कर सके.

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट शनिवार को घोषित किया गया. जिले के सरसावा की रहने वाली राखी ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में 89.6 प्रतिशत अंक पाकर जनपद सहारनपुर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. बेटी की इस उपलब्धि से परिजनों में जश्न का माहौल है और स्कूल के अध्यापकों में भी खुशी की लहर है. राखी के पिता गांव-गांव फेरी लगाकर चप्पल बेचकर अपनी तीन बेटियों को पढ़ा-लिखा रहे हैं.

जिले में प्रथम स्थान आने की खबर मिलते ही बधाई देने वालों का राखी के घर तांता लग गया है. बेटी की उपलब्धि के बाद पिता मिठाइयां बांट रहे हैं. राखी भविष्य में इंजीनियर बनकर देश की सेवा करना चाहती है.

इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 89.6 प्रतिशत अंक
राखी ने इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 89.6 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. राखी ने जिले में प्रथम स्थान प्राप्त कर माता-पिता और स्कूल का नाम रोशन किया है. इससे स्कूल अध्यापकों और परिजनों में खुशी का माहौल है. माता-पिता, शुभ चिंतकों और रिश्तेदारों को मिठाई खिलाकर मुहं मीठा करा रहे हैं.

आपको बता दें कि कस्बा निवासी विक्रम सिंह गांव-गांव फेरी लगाकर चप्पल बेचने का काम करते हैं. विक्रम की तीन बेटियां हैं. राखी तीनों बहनों में सबसे बड़ी है, जो कस्बा सरसावा के डीसी जैन इंटर कॉलेज में पढ़ती है. विक्रम सिंह दिनभर गांव दर गांव फेरी लगाकर जो कुछ कमाते हैं, उससे अपने परिवार के पालन-पोषण के साथ तीनों बेटियों को पढ़ा-लिखा रहे हैं.

'बेटा-बेटी में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए'
राखी के पिता का कहना है कि बेटा-बेटी में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. बेटों की तरह बेटियां भी किसी से कम नहीं हैं. आज उनकी बेटी राखी ने यह साबित कर दिखाया है. राखी और उसके माता-पिता ने सपने में भी नहीं सोचा था कि इंटरमीडिएट की परीक्षा में वह जिले में टॉप कर पायेगी. राखी 89.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में अव्वल आई है, जिसके बाद स्कूल और परिजनों में जश्न का माहौल बना हुआ है. राखी के अध्यापक घर पर ही बधाई देने आ रहे हैं.

राखी ने बताया सफलता का राज
राखी ने बताया कि उसके इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 89.6 प्रतिशत अंक आए हैं. राखी का जिले में प्रथम स्थान आया है, जिसके बाद वह और उसका परिवार बहुत खुश है. राखी ने बताया कि इस उपलब्धि के लिए मेरे माता-पिता, अध्यापक और दोस्तों का सहयोग रहा है. जहां माता-पिता ने सही समय पर स्कूल और ट्यूशन की फीस जमा कराई है, वहीं अध्यापकों ने सही तरीके से पढ़ाया है. साथ ही दोस्तों ने परेशानी होने पर हिम्मत बढ़ाई है. राखी का कहना है कि आज उसकी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन है. आगे की पढ़ाई वह इंजीनियरिंग से करना चाहती है, ताकि अच्छा इंजीनियर बनकर देश की सेवा कर सके.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:22 PM IST
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