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राजस्थान से देवबन्द दारुल उलूम में काम करने आए मजदूर हुए फूड पॉइजनिंग के शिकार

यूपी के सहारनपुर स्थित धौलपुर देवबन्द दारुल उलूम में पत्थर लगाने का काम करने राजस्थान से आए मजदूर फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए. जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी मजदूरों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

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Published : Oct 10, 2019, 11:16 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

राजस्थान से देवबन्द दारुल उलूम में पत्थर लगाने आये मजदूर, हुए फूड पॉइजनिंग के शिकार

सहारनपुर: जिले के धौलपुर देवबन्द दारुल उलूम में पत्थर लगाने का काम करने राजस्थान से आए मजदूर फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए. सुबह उल्टी-दस्त लगने के बाद बाकी साथियों ने उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सको ने उन्हें फूड पॉइजनिंग से तबीयत खराब होने की बात कही.

फूड पॉइजनिंग के शिकार
मजदूरों की बिगड़ी तबीयत
दारुल उलूम देवबंद में निर्माणाधीन भवन में पत्थर लगाने के लिए ठेकेदार द्वारा धोलपुर राजस्थान से मजदूर बुलाए गए हैं. जो दारुल उलूम क्षेत्र में ही रह रहे हैं और अपना भोजन खुद ही बनाकर खाते हैं. बताया जा रहा है कि बुधवार को एक ही जगह रह रहे मजूदरों ने रात्रि भोजन में चिकन बनाकर खाया था, जिसके बाद से उनकी तबीयत बिगड़ गई.

दारूल उलूम में काम करने आए मजदूर फूड पॉइजनिंग का हुए शिकार
रात भर हुए पेट में दर्द और उलटियों के बाद सभी मजूदर बदहाल हो गए. जिसके चलते गुरुवार की सुबह सभी को देवबंद सीएचसी लाया गया. चिकित्सकों ने फूड प्वाइजनिंग से हालत बिगड़ने की बात कहते हुए सभी को भर्ती कराया. प्राथमिक उपचार के बाद सभी मजदूरों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. वहीं यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि मजदूरों द्वारा बनाए जा रहे खाने में कोई जहरीला जानवर गिर जाने के कारण भोजन विषाक्त हो गया होगा, जिसके चलते ही मजदूर फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं.

सहारनपुर: जिले के धौलपुर देवबन्द दारुल उलूम में पत्थर लगाने का काम करने राजस्थान से आए मजदूर फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए. सुबह उल्टी-दस्त लगने के बाद बाकी साथियों ने उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सको ने उन्हें फूड पॉइजनिंग से तबीयत खराब होने की बात कही.

फूड पॉइजनिंग के शिकार
मजदूरों की बिगड़ी तबीयत
दारुल उलूम देवबंद में निर्माणाधीन भवन में पत्थर लगाने के लिए ठेकेदार द्वारा धोलपुर राजस्थान से मजदूर बुलाए गए हैं. जो दारुल उलूम क्षेत्र में ही रह रहे हैं और अपना भोजन खुद ही बनाकर खाते हैं. बताया जा रहा है कि बुधवार को एक ही जगह रह रहे मजूदरों ने रात्रि भोजन में चिकन बनाकर खाया था, जिसके बाद से उनकी तबीयत बिगड़ गई.

दारूल उलूम में काम करने आए मजदूर फूड पॉइजनिंग का हुए शिकार
रात भर हुए पेट में दर्द और उलटियों के बाद सभी मजूदर बदहाल हो गए. जिसके चलते गुरुवार की सुबह सभी को देवबंद सीएचसी लाया गया. चिकित्सकों ने फूड प्वाइजनिंग से हालत बिगड़ने की बात कहते हुए सभी को भर्ती कराया. प्राथमिक उपचार के बाद सभी मजदूरों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. वहीं यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि मजदूरों द्वारा बनाए जा रहे खाने में कोई जहरीला जानवर गिर जाने के कारण भोजन विषाक्त हो गया होगा, जिसके चलते ही मजदूर फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं.

Intro:राजस्थान के धौलपुर देवबन्द दारुल उलूम में पत्थर लगाने का काम करने आये मजदूर हुए फ़ूड पॉइजनिंग के शिकार । सुबह उल्टी दस्त लगने के बाद बाकी साथियों ने सरकारी अस्पताल में कराया भर्ती। चिकित्सको ने फ़ूड पॉइजनिंग की पुष्टि।


Body:राजस्थान के धौलपुर देवबन्द दारुल उलूम में पत्थर लगाने का काम करने आये मजदूर हुए फ़ूड पॉइजनिंग के शिकार । सुबह उल्टी दस्त लगने के बाद बाकी साथियों ने सरकारी अस्पताल में कराया भर्ती। चिकित्सको ने फ़ूड पॉइजनिंग की पुष्टि।

दारुल उलूम देवबंद में निर्माणाधीन एक भवन में पत्थर लगाने के लिए ठेकेदार द्वारा धोलपुर राजस्थान से मजदूर लाए गए हैं जो दारुल उलूम क्षेत्र में ही रह रहे हैं और अपना भोजन आदि स्वंय बनाकर खाते हैं। बताया जा रहा है बुधवार को एक ही जगह रह रहे मजूदर कंवरसेन (३२), श्रीचंद (३५), दिनेश (३२), भूरा (२८), बीरी (२२), विनोद (३५), नरेश (२५), जोगी (२२), विजय सिंह (३८), व सियाराम (४५) ने रात्रि भोजन में चिकन बनाकर खाया था। जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। रात भर हुए पेट में दर्द और उलटियों के बाद सभी मजूदर बदहाल हो गए। जिसके चलते गुरुवार की सुबह सभी को देवबंद सीएचसी लाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने फूड प्वाइजनिंग से हालत बिगडऩे की बात कहते हुए सभी को भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी मजदूरों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। वहीं, चर्चा यह भी है कि मजदूरों द्वारा बनाए जा रहे खाने में कोई जहरीला जानवर गिर जाने के कारण भोजन विशाक्त हो गया होगा जिसके चलते ही मजदूर फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं।

बाइट 1 जय सिंह
साथी मजदूर

बाइट 2 पूरन सिंह रांगड़
चीफ फार्मासिस्ट सरकारी अस्पताल



Conclusion:बलवीर सैनी
देवबंद, सहारनपुर
मोबाईल 9319488130
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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