सहारनपुर: जिले में लंबे अरसे से स्पोर्ट्स कॉलेज बनाने की मांग चली आ रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए सन् 2008 में बसपा सरकार ने इसे मंजूरी दी थी. साथ ही 2010 में कॉलेज का काम भी शुरू हो चुका था, लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों के कारण स्पोर्ट्स कॉलेज का काम अधूरा ही पड़ा रहा. कई सरकारे आईं, लेकिन किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया.
बेहट तहसील में शेरुल्लागढ़ गांव के पास स्पोर्ट्स कॉलेज बनाया जाना था. स्पोर्ट्स कॉलेज के लिए जहां जमीन देखी गई थी वो पूरा इलाका उजाड़ क्षेत्र है और कॉलेज की जमीन के बराबर में बरसाती नदी भी बहती है. यहां तक कि कॉलेज की जमीन का कुछ हिस्सा भी बरसाती नदी का था, लेकिन 2008 में बसपा सरकार ने बिना कुछ देखे नदी के बराबर में ही स्पोर्ट्स कॉलेज को मंजूरी दे दी.
2008 में स्पोर्ट्स कॉलेज को 86 करोड़ रुपए की मंजूरी मिली थी. और 2010 में स्पोर्ट्स कॉलेज को लेकर काम भी शुरू हो चुका था और राज्य निर्माण निगम को 22 करोड़ रुपये दिए गए थे. इसके बाद पता चला कि जमीन खेल विभाग को बिना हैंडओवर किए ही काम शुरू करा दिया गया, इससे निर्माण में पेंच फंस गया और निर्माण कार्य भी लटक गया.
निर्माण निगम के जीएम सीके सकलानी का कहना है कि नदी के कारण काम रुका हुआ है. आसपास के ग्रामीणों ने कुछ आपत्तियां उठाई थीं, जिसके बाद काम नहीं हो सका है. बिल्डिंग में अब तक साढ़े 22 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं और 2017 से आज तक कॉलेज में कोई निर्माण नहीं हुआ है. अब शासन स्तर और जिलाधिकारी स्तर पर कमेटी बनी है, जल्द ही काम शुरू होने की उम्मीद है.