सहारनपुर: उत्तर प्रदेश की खाली पड़ी विधान सभा सीटों पर उपचुनाव का आगाज हो चुका है. उपचुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने ताल ठोंक दी है. वहीं सपा की बात करें तो गंगोह विधान सभा सीट पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर चौधरी इन्द्रसेन पर दांव खेला है. सपा प्रत्याशी इन्द्रसेन ने ईटीवी भारत से बातचीत में जहां भारी मतों से जीत का दावा किया तो वहीं बीजेपी सरकार पर जमकर भड़ास निकाली.
गंगोह विधानसभा सीट से सपा ने चौ. इन्द्रसेन पर खेला दांव
आपको बता दें कि गंगोह विधान सभा सीट पर 2017 में बीजेपी के प्रदीप चौधरी ने जीत हासिल की थी. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी हाई कमान ने प्रदीप चौधरी को लोकसभा टिकट कैराना से चुनाव लड़ाया था. लोकसभा चुनाव में करीब डेढ़ लाख वोटों से जीत हासिल कर प्रदीप चौधरी सांसद पहुंच गए, जिसके बाद सहारनपुर की गंगोह विधानसभा सीट खाली हुई थी. गंगोह समेत प्रदेश की 12 विधानसभा सीटों पर मतदान होने जा रहा है. गंगोह सीट पर जहां बीजेपी ने चौ. किरत सिंह, कांग्रेस ने नोमान मसूद, बसपा ने इरशाद चौधरी को प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा है, तो वहीं सपा ने चौ. इन्द्रसेन पर दांव खेला है.
चौधरी इन्द्रसेन ने किया जीत का दावा
चौधरी इन्द्रसेन पूर्व समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केबिनेट मंत्री रहे गुर्जर नेता चौधरी यशपाल सिंह के छोटे बेटे हैं. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चौधरी साहब के बाद चौथी बार इस परिवार के सदस्य को चुनाव मैदान में उतारा है. इससे पहले इन्द्रसेन के बड़े भाई चौ. रुद्रसेन दो बार चुनाव हार चुके हैं. जबकि गंगोह सीट से 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में चौ. इन्द्रसेन भी हार का मुंह देख चुके हैं. बावजूद इसके सपा हाईकमान ने एक बार फिर इन्द्रसेन पर भरोसा कर प्रत्याशी बनाया है. इस बार चौधरी इन्द्रसेन अपनी जीत के लिए शत प्रतिशत आश्वस्त हैं.
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ग्रामीण क्षेत्रों के प्रमुख मुद्दों को लेकर लड़ेंगे चुनाव
सपा प्रत्याशी चौ. इन्द्रसेन ने बताया कि बिजली और पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ी हुई हैं, क्षेत्र में सड़कें टूटी हुई हैं. किसानों को उनकी फसलों के वाजिब दाम नहीं मिल रहा है. तंगहाल किसानों को रिकवरी के नाम पर जबरन तहसीलों में बंद किया जा रहा है. ऐसे तमाम मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं.
सपा प्रत्याशी ने कहा कि किसान कार्ड पर ऋण माफी के बाद भी रिकवरी के नाम पर किसानों का शोषण किया जा रहा है. निशुल्क बिजली कनेक्शन के नाम पर आम जनता को धोखा दिया जा रहा है. गरीब परिवारों को शुरुआत में बहुत ज्यादा बिजली के बिल दिए जा रहे हैं. इसके अलावा गरीब, किसान , छोटे व्यापारियों से जुड़े मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ रहे हैं. इतना ही नही प्रदेश की जनता उनको समझ रही है. इतने पैसे की मोटर साइकिल नहीं जितने के चालान काटे जा रहे हैं.
योगी सरकार के घमंड को जनता तोड़ देगी
स्थानीय मुद्दों के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये उपचुनाव है. इस चुनाव में हार जीत किसी भी दल की हो इससे न तो सरकार बनेगी ओर न मौजूदा सरकार जाएगी. लेकिन ये उपचुनाव सरकार को चेताने के लिए है. योगी सरकार घमंड में न रहे जनता उसको घमंड को तोड़ देगी. उनका कहना है जनता से पार्टी है न कि पार्टी से जनता है.
इस चुनाव में पूर्व विधायकों द्वारा कराए गए कामों का जनता देगी जवाब
पूर्व में रहे बसपा , कांग्रेस एवं बीजेपी विधायकों द्वारा कराए गए कार्यों के बारे में सवाल किया तो उनका कहना है कि जनता इस चुनाव में पूर्व विधायकों द्वारा कराए गए विकास कार्यों का पूरा चिट्ठा सबके सामने 24 अक्टूबर को होने वाली मतगणना में रख देगी. ग्रामीण क्षेत्रों का बुरा हाल हुआ पड़ा है, सड़कों का हाल देख लीजिए. यहां गड्डों में सड़क है, सड़क में गड्ढे नहीं है. बिजली का हाल भी बेहाल होता जा रहा है. इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्कूलो में दिया जा रहा मिड-डे मील, पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. दूषित पानी पीने से ग्रामीणों में कैंसर की बीमारी फैल रही है.
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की जो नीतियां हैं, वह आम आदमी से जुड़ी हुई हैं. अखिलेश सरकार में समाजवादी पेंशन लागू की गई थी, जो कि बीजेपी सरकार में नहीं है. सरकार की सभी घोषणाएं केवल कागजों में हो रही है, धरातल पर कुछ नहीं हो रहा है. बाजारों में आर्थिक मंदी आई हुई है. जीत के लिए जनता के द्वारा बहुमत और ईश्वर को कृपा से शत प्रतिशत आश्वस्त हैं. भारी बहुमत से गंगोह सीट जीतकर समाजवादी पार्टी के खाते में डालने का काम करेंगे.
-चौ. इन्द्रसेन, सपा प्रत्याशी, गंगोह विधानसभा सीट