शामली: जिले के कस्बा जलालाबाद के गुरू नानक इंटर कालेज में चरित्र निर्माण को लेकर एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में देश-विदेश के दिग्गजों का जमावड़ा रहा. शिक्षाविद व साहित्यकारों ने चरित्र निर्माण में माता-पिता और गुरू के साथ ही वातावरण का भी महत्वपूर्ण स्थान बताया.
भारतीय संस्कृति से हुए आत्मसात
- विदेशों से प्रवासी भारतीय शिक्षाविद् व साहित्यकार कार्यशाला में पहुंचे थे.
- छात्राओं व नागरिकों को भारतीय संस्कृति से आत्मसात होने का मौका मिला.
- शिक्षाविदों ने चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास पर खूब मंथन किया.
- चरित्र निर्माण के लिए माता, पिता, शिक्षक, वातावरण को जिम्मेदार बताया.
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इन देशों से पहुंचे प्रवासी भारतीय
कार्यशाला में कनाडा, बेल्जियम और जापान की धरती पर भारत की हिदी भाषा और भारतीय संस्कृति की कीर्ति फैला रहे प्रवासी भी पहुंचे थे. कार्यशाला में कनाडा से आए प्रोफेसर सरन घई, बेल्जियम से साहित्यकार कपिल कुमार, जापान से साहित्यकार डॉ. रमा शर्मा, भारत उत्थान न्यास कानपुर के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुजीत कुंतल, बेटी बचाओ, बेटी पढाओ की ब्रांड एबेंसडर डॉ. वीणा अरोरा, जिला विद्यालय निरीक्षक सरदार सिंह, इग्नू की प्रोफेसर डॉ. विदुषी शर्मा, लेखिका शिवानी कोहली, हिमांजल फाउंडेशन से अंजलि राणा और कहानीकार सुभाष अखिल शामिल हुए.