शामली: सपा विधायक नाहिद हसन मंगलवार को शामली के अपर जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश हुए. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चित्रकूट जेल से शामली लाया गया. नाहिद हसन पर झिंझाना थाना क्षेत्र में विद्युत विभाग के एसडीओ पर जानलेवा हमला करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप है. पेशी के बाद कोर्ट ने अगली तारीख 28 नवंबर तय की है. पेशी से पहले सुरक्षा के कारण कई लोगों को कोर्ट परिसर में जाने में दिक्कत हुई. उन्होंने पुलिस पर धक्का-मुक्की का आरोप लगाया. शामली एसपी अभिषेक का कहना है कि पेशी के दौरान पुलिस बल सुरक्षा के दृष्टिगत कोर्ट परिसर के बाहर लगाया गया था. धक्का- मुक्की के संबंध में एएसपी को जांच सौंपी गई है.
शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र में 11 जुलाई 2019 को विद्युत विभाग के एसडीओ नाजिम अहमद पर जानलेवा हमला हुआ था. तब एसडीओ की ओर से झिंझाना थाने पर चार अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था. एसडीओ ने अपनी शिकायत में बताया था कि 19 जून 2019 को उन्होंने बिजली चोरी रोकने के लिए मॉर्निंग रेड अभियान चलाया था, जिसमें 11 बिजली चोरों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था. इस कार्रवाई के बाद कैराना से सपा विधायक नाहिद हसन ने उन्हें फोन कर धमकी दी. विवेचना के दौरान पुलिस ने विधायक नाहिद हसन का नाम भी मुकदमे में शामिल कर लिया था. इसी मामले में कोर्ट की ओर से मंगलवार को विधायक को तलब किया था.
चित्रकूट जेल से पेशी पर लाए गए विधायक : सपा विधायक नाहिद हसन को मंगलवार को चित्रकूट जेल से बंदी रक्षक गाड़ी से जिले के कैराना में स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायालय में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पेशी पर लाया गया. विधायक की कोर्ट में पेशी को लेकर सुबह से ही न्यायालय द्वार व परिसर में पुलिस एवं पीएसी के जवान तैनात रहे. कचहरी में आने वाले वादकारियों की तलाशी लेने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया गया. करीब दस मिनट तक विधायक कोर्ट परिसर में रहे. कोर्ट में पेशी के बाद अगली तारीख 28 नवंबर तय की गई है. इसके बाद विधायक को पुन: बंदी रक्षक गाड़ी से जेल रवाना कर दिया गया. बताया जा रहा है कि अगली तारीख वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के के जरिए हाजिर होने के आदेश दिए गए हैं.
20 अक्टूबर 2022 को जमीन की धोखाधड़ी के मुकदमे में चित्रकूट जेल से विधायक नाहिद हसन की कैराना स्थित एमपी/एमएलए कोर्ट में पेशी हुई थी. उस समय कचहरी परिसर में हजारों समर्थक जुट गए थे, जिन्होंने नारेबाजी भी की थी. इस बार पुलिस की ओर से विधायक की पेशी को लेकर कड़े बंदोबस्त किए गए. बंदी रक्षक गाड़ी से उतरने के बाद विधायक नाहिद हसन अपने एक अधिवक्ता के साथ न्यायालय में पेश हुए. पुलिस ने भी आसपास में किसी भी व्यक्ति को जाने की इजाजत नहीं दी.
नाहिद बोले, न्यायपालिका पर है पूरा भरोसा : चित्रकूट जेल से बंदी रक्षक गाड़ी में आए सपा विधायक नाहिद हसन ने कहा कि उन्हें अपने देश की न्यायपालिका पर पूर्ण भरोसा है. वहीं, उन्होंने कोर्ट में पेशी के बाद बंदी रक्षक गाड़ी में बैठने से पूर्व हाथ जोड़कर समर्थकों से शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की भी अपील की. चित्रकूट जेल से विधायक नाहिद हसन की पेशी के दौरान उनके अधिवक्ता की ओर से कोर्ट में आवेदन पत्र दिया गया है. पत्र में उन्होंने विधायक का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने का हवाला दिया है और कोर्ट से नजदीकी जिले की जेल में रखने का आग्रह किया गया है.