शामली: संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेता राकेश टिकैत (sanyukt kisan morcha leader rakesh tikait) के नेतृत्व में किसानों ने गन्ना बकाया भुगतान की मांग को लेकर सोमवार को डीएम कार्यालय पर धरना शुरू कर दिया है. किसान देर रात तक धरना प्रदर्शन धरना स्थल पर डटे रहे. किसानों ने कहा कि गन्ना भुगतान होने तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
दरअसल, शामली जिले की तीन चीनी मिलों पर किसानों का 562 करोड़ रुपये से अधिक का गन्ना बकाया भुगतान चल रहा है. इसके चलते किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में पांच सितंबर से कलेक्ट्रेट में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी थी. सोमवार को राकेश टिकैत ट्रैक्टर से डीएम कार्यालय पर पहुंचे और किसानों के साथ धरने पर बैठ गए.
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत (sanyukt kisan morcha leader rakesh tikait) ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे खिलाफ 18 मामले दर्ज कर मेरा पुराना पासपोर्ट छीन लिया गया. उन्होंने कहा कि उन्हें पासपोर्ट चाहिए, लेकिन सरकार उन्हें नया पासपोर्ट भी नहीं दे रही है. उन्हें लगता है कि वे भाग जाएंगे. लेकिन, सरकार कातिलों की विदेश यात्रा पर कोई रोक नहीं लगा रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों और आवाज उठाने वालों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. इसके चलते हमारे सामने सिर्फ संघर्ष का रास्ता ही बचता है.
राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर खीरी में उनके खिलाफ दर्ज मामला अनुचित है और उनके बयान को गलत तरह से लिया गया. उन्होंने कहा कि जो लोग किसान को कुत्ता बताते हैं, उनपर कोई मुकदमा दर्ज नहीं होता. लेकिन, जो लोग किसानों के कातिलों के लखीमपुर खीरी में रहने की बात करते हैं, वे गुनहगार हैं. राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा चाहती है कि सभी अपने गले में कमल का ताबीज पहनें, इसके बाद उन्हें कोई भी परेशानी नहीं होगी. लेकिन, उन्होंने तो अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का रास्ता ही चुना है.
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संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने मंच से घोषणा करते हुए कहा कि जब तक किसानों का बकाया भुगतान नहीं मिलता, तब तक धरना जारी रहेगा. इसके चलते जिला प्रशासन में भी हड़कंप मच गया. जिला गन्ना अधिकारी (डीसीओ) विजय बहादुर सिंह ने बताया कि किसानों और चीनी मिल अधिकारियों के बीच बातचीत कर आम सहमति बनाने का प्रयास किया जा रहा है. उधर, धरना प्रदर्शन पर देर रात तक किसान मौजूद रहे.