शामली: कोरोना महामारी के चलते अपराधों और अपराध की प्रवृत्ति दोनों में इजाफा हुआ है. शामली में पुलिस ने हाईवे पर ढ़ाबे और होटलों पर लूटपाट करने वाले एक गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार है. गिरोह का सरगना खुद एक ढ़ाबा संचालक बताया जा रहा है, जिसने लॉकडाउन के बाद धंधा मंदा पड़ने की वजह से खुद का गैंग तैयार कर लिया.
क्या है पूरा मामला
शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र में दो अक्तूबर और तीन अक्तूबर की रात मेरठ-करनाल हाईवे पर स्थित दो ढ़ाबों पर लूटपाट की वारदात सामने आई थी. एसपी नित्यानंद रॉय ने लुटेरों को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमों का गठन किया था. झिंझाना पुलिस ने थानाक्षेत्र के केरटू-औदरी पर घेराबंदी करते हुए मुठभेड़ के बाद तीन लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने लुटेरों के रूप में थाना क्षेत्र के गांव औदरी निवासी फारूख, शावेज और शोएब को गिरफ्तार करते हुए हाईवे के ढ़ाबों पर हुई लूटपाट की वारदातों का भी खुलासा किया है.
ढ़ाबा संचालक निकला गैंग का सरगना
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार बदमाश फारूख झिंझाना थाना क्षेत्र के मेरठ-करनाल हाईवे पर गांव टपराना के पास 12 हजार रूपए प्रतिमाह के किराये पर ढ़ाबे का संचालन करता है. पुलिस के मुताबिक लॉकडाउन के बाद ढ़ाबे का धंधा ठप्प हो गया, तो किराया निकालने और जरूरतों को पूरा करने के लिए उसने अपने गांव के ही शावेज और शोएब को साथ लेकर गैंग बना लिया. इसके बाद गिरोह ने हाईवे के अन्य ढ़ाबों पर लूटपाट की वारदातें शुरू कर दी.
यह माल हुआ बरामद
एसपी नित्यानंद रॉय के मुताबिक पुलिस ने गिरोह के तीन बदमाश फारूख, शावेज और शोएब को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से दो तमंचे, कारतूस, खोखे, लूट की रकम के चार हजार रूपए और चार मोबाइल फोन, लूटा गया गल्ला, बगैर नंबर की बाइक और वारदातों में प्रयुक्त एक डंडा बरामद किया है. एसपी ने बताया कि बदमाशों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.