ETV Bharat / state

UPTET Paper Leak: एक और आरोपी शामली से गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश टीईटी परीक्षा-2021 लीक मामले में यूपी एसटीएफ ने एक और आरोपी को शामली से गिरफ्तार किया है. आरोपी गौरव को निर्दोष और विष्णु ने टीईटी का पेपर परीक्षा शुरू होने से पहले व्हाट्सएप पर भेजा था.

आरोपी शामली से गिरफ्तार
आरोपी शामली से गिरफ्तार
author img

By

Published : Dec 1, 2021, 1:37 PM IST

Updated : Dec 1, 2021, 3:39 PM IST

शामलीः उत्तर प्रदेश टीईटी परीक्षा-2021 लीक मामले में लगातार एसटीएफ की टीम अलग-अलग जनपदों से आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है. इसी कड़ी में एसटीएफ ने बुधवार को एक और आरोपी को शामली से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के खिलाफ थाना कोतवाली पुलिस कार्रवाई कर रही है. इससे पहले यूपी एसटीएफ की टीम ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव संजय उपाध्याय को गिरफ्तार किया था.

यूपी एसटीएफ की टीम ने शामली के मैलरोज बायपास तिराहा निकट होंडा शोरूम अलीगढ़ कट पर खड़े होकर अपने साथियों का इंतजार करे आरोपी गौरव कुमार को गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से एक लैपटॉप, एडाप्टर, कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर, लैमिनेशन मशीन, होल्ट मेल्ट ग्लोगन आदि बरामद किया है.

पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ बृजेश कुमार सिंह के मुताबिक आरोपी गौरव ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने साथियों द्वारा यूपी-टीईटी परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट कराया था. इसके बाद कुछ साथी 28 नवंबर को शामली में पुलिस द्वारा पकड़ लिए गए थे. जिसकी भनक उसको और उसके साथियों को लग गई थी, इसलिए सभी लोग फरार थे. आरोपी गौरव ने बताया कि बुधवार को उसके सभी साथी मिलने वाले थे, ताकि वह लोग अलीगढ़ से कहीं बाहर जा सके.

आरोपी गौरव से जब एसटीएफ ने सख्ती की तो उसने बताया कि उसने यूपी टीईटी का पेपर गोंडा निवासी निर्दोष और विष्णु से 5 लाख रुपये में अपने साथी धर्मेंद्र मलिक, रवि पवार उर्फ बंटी, मनीष मलिक उर्फ मोनू व अजय उर्फ बबलू को मथुरा में दिलवाया था. निर्दोष व विष्णु ने आरोपी गौरव टीईटी के पेपर की एक फोटो व्हाट्सएप पर परीक्षा शुरू होने से कुछ घंटे पहले भेजा था.

आरोपी गौरव के अनुसार 28 नवंबर को निर्दोष ने टीईटी का पेपर उसे व्हाट्सएप पर भेजा था. इसके बाद उसने पेपर चार-पांच लड़कों को दो-दो लाख रुपयों में बेच दिया था. आरोपी गौरव ने बताया कि निर्दोष को पैसा पेपर मैच होने और परीक्षा समाप्त होने पर ही देना था. उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) बीती 28 नवम्बर यानी रविवार को कराई जानी थी, लेकिन पेपर लीक होने के कारण इसे कैंसिल कर दिया गया. करीब 21 लाख अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था. पेपर लीक होने के कारण योगी सरकार की काफी किरकिरी हुई है.

इसे भी पढ़ें-UPTET paper leak: परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव संजय उपाध्याय गिरफ्तार


आरोपी गौरव ने एसटीएफ को बताया कि वह निर्दोष के छोटे भाई उपदेश के साथ साल 2011-12 में एएमयू अलीगढ़ में पढ़ाई करता था. तभी से उसकी उपदेश से जान पहचान है. उपदेश ने उसको बताया था कि ऑनलाइन या ऑफलाइन होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में कोई मदद चाहिए तो उसके बड़े भाई निर्दोष से संपर्क कर लेना. इसके बाद उसका निर्दोष से संपर्क हो गया था. आरोपी गौरव ने एसटीएफ को बताया कि टीईटी का पेपर उनके पास कहां से आया इसकी जानकारी निर्दोष व विष्णु को ही है. आरोपी गौरव ने बताया कि ऑनलाइन या ऑफलाइन होने वाली परीक्षा में सॉल्वर बैठाने का काम करते हैं और उनके लिए फर्जी आईडी प्रूफ व फिंगरप्रिंट आदि चीजें तैयार करते हैं.

शामलीः उत्तर प्रदेश टीईटी परीक्षा-2021 लीक मामले में लगातार एसटीएफ की टीम अलग-अलग जनपदों से आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है. इसी कड़ी में एसटीएफ ने बुधवार को एक और आरोपी को शामली से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के खिलाफ थाना कोतवाली पुलिस कार्रवाई कर रही है. इससे पहले यूपी एसटीएफ की टीम ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव संजय उपाध्याय को गिरफ्तार किया था.

यूपी एसटीएफ की टीम ने शामली के मैलरोज बायपास तिराहा निकट होंडा शोरूम अलीगढ़ कट पर खड़े होकर अपने साथियों का इंतजार करे आरोपी गौरव कुमार को गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से एक लैपटॉप, एडाप्टर, कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर, लैमिनेशन मशीन, होल्ट मेल्ट ग्लोगन आदि बरामद किया है.

पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ बृजेश कुमार सिंह के मुताबिक आरोपी गौरव ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने साथियों द्वारा यूपी-टीईटी परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट कराया था. इसके बाद कुछ साथी 28 नवंबर को शामली में पुलिस द्वारा पकड़ लिए गए थे. जिसकी भनक उसको और उसके साथियों को लग गई थी, इसलिए सभी लोग फरार थे. आरोपी गौरव ने बताया कि बुधवार को उसके सभी साथी मिलने वाले थे, ताकि वह लोग अलीगढ़ से कहीं बाहर जा सके.

आरोपी गौरव से जब एसटीएफ ने सख्ती की तो उसने बताया कि उसने यूपी टीईटी का पेपर गोंडा निवासी निर्दोष और विष्णु से 5 लाख रुपये में अपने साथी धर्मेंद्र मलिक, रवि पवार उर्फ बंटी, मनीष मलिक उर्फ मोनू व अजय उर्फ बबलू को मथुरा में दिलवाया था. निर्दोष व विष्णु ने आरोपी गौरव टीईटी के पेपर की एक फोटो व्हाट्सएप पर परीक्षा शुरू होने से कुछ घंटे पहले भेजा था.

आरोपी गौरव के अनुसार 28 नवंबर को निर्दोष ने टीईटी का पेपर उसे व्हाट्सएप पर भेजा था. इसके बाद उसने पेपर चार-पांच लड़कों को दो-दो लाख रुपयों में बेच दिया था. आरोपी गौरव ने बताया कि निर्दोष को पैसा पेपर मैच होने और परीक्षा समाप्त होने पर ही देना था. उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) बीती 28 नवम्बर यानी रविवार को कराई जानी थी, लेकिन पेपर लीक होने के कारण इसे कैंसिल कर दिया गया. करीब 21 लाख अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था. पेपर लीक होने के कारण योगी सरकार की काफी किरकिरी हुई है.

इसे भी पढ़ें-UPTET paper leak: परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव संजय उपाध्याय गिरफ्तार


आरोपी गौरव ने एसटीएफ को बताया कि वह निर्दोष के छोटे भाई उपदेश के साथ साल 2011-12 में एएमयू अलीगढ़ में पढ़ाई करता था. तभी से उसकी उपदेश से जान पहचान है. उपदेश ने उसको बताया था कि ऑनलाइन या ऑफलाइन होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में कोई मदद चाहिए तो उसके बड़े भाई निर्दोष से संपर्क कर लेना. इसके बाद उसका निर्दोष से संपर्क हो गया था. आरोपी गौरव ने एसटीएफ को बताया कि टीईटी का पेपर उनके पास कहां से आया इसकी जानकारी निर्दोष व विष्णु को ही है. आरोपी गौरव ने बताया कि ऑनलाइन या ऑफलाइन होने वाली परीक्षा में सॉल्वर बैठाने का काम करते हैं और उनके लिए फर्जी आईडी प्रूफ व फिंगरप्रिंट आदि चीजें तैयार करते हैं.

Last Updated : Dec 1, 2021, 3:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.