शामली: पुलिस महकमे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने वाले होमगार्डों की परेशानियां और उत्पीड़न के मामले समय-समय पर सामने आते रहते हैं. ऐसा ही एक मामला शामली जिले में भी देखने को मिला है. यहां जिला मुख्यालय पर स्थित महिला थाने (shamli mahila thana) पर तैनाती पाने वाले होमगार्ड इन दिनों थानाध्यक्ष के एक फैसले को लेकर काफी परेशान हैं. यहां रात 8 बजे के बाद पहरे पर तैनात होमगार्ड को थाने के अंदर आने की अनुमति नहीं है.
महिला थाने पर रात की शिफ्ट में तैनात होमगार्ड धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि एसएचओ ने उन्हें आदेश दिया है कि रात 8 बजे के बाद कोई भी पुरुष अंदर नहीं जाएगा, इसलिए रात में थाने का गेट भी बंद कर दिया जाता है. होमगार्ड ने बताया कि सुरक्षा में तैनात होने के बावजूद उन्हें भी अंदर जाने की इजाजत नहीं है. थाने के बाहर सुरक्षित छत के नीचे बैठने की व्यवस्था तक नहीं है.
सीनियर नहीं सुनते शिकायत
महिला थाने में नाइट ड्यूटी पर तैनात एक अन्य होमगार्ड सुभाष मलिक ने बताया कि रात के समय वह थाने के बाहर बिना किसी सुविधा के रहते हैं. उन्होंने इस बारे में सभी सीनियर्स से बात की है. लेकिन, किसी को इसकी परवाह नहीं है. होमगार्ड्स के कुछ वीडियो भी मिले हैं, जो रात 8 बजे के बाद महिला थाने के अंदर नहीं जाने की शिकायत कर रहे हैं. लेकिन, इस मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है. पूरे मामले की जांच सीओ सिटी को सौंपी गई है.
क्या कहती है एसएचओ संध्या वर्मा
महिला थाने की एसएचओ संध्या वर्मा ने बताया कि होमगार्डों को प्रोटोकॉल के मुताबिक, रात 8 बजे के बाद गेट पर ड्यूटी देने का निर्देश दिया गया है. लेकिन, कुछ लोग इसे गलत समझ रहे हैं. थाने में होमगार्ड को छोड़कर सभी कर्मचारी महिलाएं हैं और इस क्रम में पुरुषों को प्रतिबंधित करने जैसा कुछ नहीं है. उधर, शामली जिले के होमगार्ड्स कमांडेंट कमलेश कुमार यादव का कहना है कि यह मामला मौखिक रूप से उनके सामने आया है. जांच के आधार पर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
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