शामली: जिले में एक बार फिर पुलिस-प्रशासन की ओर से समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन पर कानूनी शिकंजा कसा गया है. इस बार जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद सपा विधायक, उनकी पूर्व सांसद मां समेत 40 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया है. कानूनी दांव पेंच में फंसने के बाद एक बार फिर विधायक की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
क्या है पूरा मामला
शामली जिले की कैराना कोतवाली में प्रभारी निरीक्षक प्रेमवीर राणा द्वारा सपा विधायक नाहिद हसन, उनकी मां तबस्सुम हसन समेत करीब 40 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस के मुताबिक यह कानूनी कार्रवाई जिलाधिकारी के अनुमोदन पर की गई है. गौरतलब है कि पूर्व में भी सपा विधायक पर दर्ज मुकदमों के चलते उन्हें जनवरी 2020 में जेल भेज दिया गया था, जिसके बाद लंबी कानूनी कार्रवाई के बाद उन्हें फरवरी 2020 में जमानत मिली थी.
विधायक को बनाया गया गैंग लीडर
जानकारी के मुताबिक कैराना कोतवाली दर्ज किए गए गैंगस्टर एक्ट में समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन को गैंग लीडर बनाया गया है. पुलिस के मुताबिक गैंग के लोगों का समाज में भय होने की बात की गई है. गौरतलब है कि पूर्व में भी सपा विधायक के खिलाफ करीब एक दर्जन मुकदमे दर्ज हैं. पूर्व में उन्हें जेल भी भेजा जा चुका है. अब गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज होने के बाद एक बार फिर से विधायक के साथ-साथ उनकी मां पूर्व सांसद तबस्सुम हसन की मुश्किले भी बढ़ गई हैं.
इन लोगों पर लगाई गई गैंगस्टर
पुलिस द्वारा कैराना के मोहल्ला आलदरम्यान निवासी सपा विधायक नाहिद हसन और उनकी मां पूर्व सांसद तबस्सुम हसन समेत रामड़ा गांव निवासी महमूद, अरशद, नौशाद, इरफान, कय्यूम, आरिफ, फुरमान, साबिर, राजा उर्फ तासीम, मोनिस, इनाम, महताब, मुनव्वर, फरमान, जुल्फान, इरफान, इलियास, अब्बास उर्फ वासी, मुबारिक, गुफरान, मुर्सलीन, प्रवेज, हारूण, अफसरूण, आरिफ, तस्लीम, इमरान, नाजर, मंगता, हाशिम, सालिम, मामौन, राशिद उर्फ भूरा, इंतजार, चौधरी दानिश, अहसान और सारिक समेत झिंझाना निवासी हैदर अली पर उत्तर प्रदेश गिरोहबंद समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम 1986 की धारा 2 व 3 के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
पुलिस द्वारा छह फरवरी को दर्ज किया गया केस
कैराना कोतवाली प्रभारी प्रेमवीर राणा द्वारा छह फरवरी को कैराना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज कराया गया था.