शामलीः किसान आंदोलन में शामिल होने वाले लोग सरकार और स्थानीय प्रशासन की सख्ती से नाराज हैं. इसके चलते शामली जिले के दो गांवों में किसानों ने पोस्टर चस्पा कर अपना विरोध दर्ज कराया है. पोस्टर में भाजपा नेताओं को गांव के अंदर ना घुसने की सख्त चेतावनी दी गई है.
दरअसल, किसान आंदोलन की आड़ में दिल्ली में हिंसक घटनाएं करने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है. इसको लेकर पंचायतों का दौर भी चल रहा है. शामली जिले में पूर्व में किसान आंदोलन को हवा देने वाले लोगों पर प्रशासनिक सख्ती भी देखने को मिल चुकी है, हालांकि जिले में किसानों के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है. इसके बाद भी किसानों में सरकार के खिलाफ आक्रोश फैला हुआ है, जो अब गांवों में भी दिखाई देने लगा है.
बीजेपी का विरोध क्यों ?
कसरेवा कलां गांव में रहने वाले किसान राजन देशवाल ने बताया कि हम बीजेपी सरकार का विरोध इसलिए कर रहे हैं कि यह सरकार किसानों के खिलाफ तीन काले कानून लेकर आई है. सरकार प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठी चलवा रही है. किसान ने बताया कि 'सीधी सी बात है...जो हमारा साथ देगा, हम भी उनका साथ देंगे, जो हमारे साथ नही है...हम भी उनके साथ नही हैं.'
राजन देशवाल ने कहा कि बीजेपी सरकार से नाराजगी इसलिए भी है कि वें 14 दिनों में गन्ना पेमेंट का दावा कर रहे थे, लेकिन अब 14 महीनों तक भी किसानों को भुगतान नहीं मिल पा रहा है. सरकार किसानों की आय बढ़ाने की बात कर रही थी, लेकिन विभिन्न माध्यमों से किसानों पर महंगाई और कर थोप दिए गए हैं. युवा किसान रवि देशवाल ने बताया कि ये कानून भाजपा ही लेकर आई है और भाजपा ही इन्हें वापस लेगी. आक्रोश इसलिए है कि सरकार किसानों को किसी भी तरह से समर्थन नहीं दे रही है.