ETV Bharat / state

यहां आकर देखिए हंसते हुए भगवान शंकर का मंदिर, साल में सिर्फ दो बार खुलते हैं कपाट

यूपी के शाहजहांपुर में एक ऐसा मंदिर है जहां शिवजी की हंसती हुई मूर्ति है. आप मूर्ति से जितना ज्यादा पीछे हटेंगे उतनी ही मूर्ति खिलखिला कर हंसती नजर आएगी. मूर्ति के दर्शन के लिए मंदिर को साल में सिर्फ दो बार ही खोला जाता है.

अनोखा मंदिर जहां हंस रहे हैं शंकर भगवान.
author img

By

Published : Oct 12, 2019, 5:01 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST

शाहजहांपुर: जिले के थाना कांट क्षेत्र के कुरिया कला में एक देवी मंदिर है. इस मंदिर के दरवाजे साल में सिर्फ दो बार ही खुलते है. इस मंदिर में भगवान शिव की मुस्कुराती हुई प्रतिमा है. जैसे ही आप प्रतिमा से पीछे की तरफ हटेंगे शिव जी की मूर्ति की मुस्कुराहट बढ़ती ही चली जाएगी. इस मंदिर की देखभाल एक दीक्षित परिवार करता है.

अनोखा मंदिर जहां हंस रहे हैं शंकर भगवान.

मंदिर के पुजारी का कहना है कि कई साल पहले इस परिवार के पूर्वज ईश्वर दीक्षित जो कि एक व्यापारी थे. वह राजस्थान पहुंचे. जहां उन्होंने शिवजी की एक प्रतिमा को लेने की इच्छा जाहिर की. इसी बीच एक-दूसरे व्यापारी ने भी उसी प्रतिमा को खरीदने की बात रख दी.

यह भी पढ़ें: बलिया जिला अस्पताल में डायरिया का कहर, मरीजों का इलाज फर्श पर

इसके बाद यह तय किया गया कि जो भी प्रतिमा को हंसा देगा यह मूर्ति उसी को दे दी जाएगी. ऐसा माना जाता है कि व्यापारी ने अपनी पूजा-अर्चना से प्रतिमा को खुश कर दिया था. तब से शिवजी की इस मूर्ति को इसी मंदिर में स्थापित किया गया है.

ये मंदिर नवरात्र के नवमी के बाद दशमी को सुबह चार बजे पूजा आरती के बाद खुल जाता है. साल में सिर्फ दो बार दर्शन के लिए खोला जाता है. दिन में सिर्फ एक-दो घंटे के लिए बंद किया जाता है. यह हमारी पद्धति है.
-अनुज दीक्षित, मंदिर के व्यवस्थापक

शाहजहांपुर: जिले के थाना कांट क्षेत्र के कुरिया कला में एक देवी मंदिर है. इस मंदिर के दरवाजे साल में सिर्फ दो बार ही खुलते है. इस मंदिर में भगवान शिव की मुस्कुराती हुई प्रतिमा है. जैसे ही आप प्रतिमा से पीछे की तरफ हटेंगे शिव जी की मूर्ति की मुस्कुराहट बढ़ती ही चली जाएगी. इस मंदिर की देखभाल एक दीक्षित परिवार करता है.

अनोखा मंदिर जहां हंस रहे हैं शंकर भगवान.

मंदिर के पुजारी का कहना है कि कई साल पहले इस परिवार के पूर्वज ईश्वर दीक्षित जो कि एक व्यापारी थे. वह राजस्थान पहुंचे. जहां उन्होंने शिवजी की एक प्रतिमा को लेने की इच्छा जाहिर की. इसी बीच एक-दूसरे व्यापारी ने भी उसी प्रतिमा को खरीदने की बात रख दी.

यह भी पढ़ें: बलिया जिला अस्पताल में डायरिया का कहर, मरीजों का इलाज फर्श पर

इसके बाद यह तय किया गया कि जो भी प्रतिमा को हंसा देगा यह मूर्ति उसी को दे दी जाएगी. ऐसा माना जाता है कि व्यापारी ने अपनी पूजा-अर्चना से प्रतिमा को खुश कर दिया था. तब से शिवजी की इस मूर्ति को इसी मंदिर में स्थापित किया गया है.

ये मंदिर नवरात्र के नवमी के बाद दशमी को सुबह चार बजे पूजा आरती के बाद खुल जाता है. साल में सिर्फ दो बार दर्शन के लिए खोला जाता है. दिन में सिर्फ एक-दो घंटे के लिए बंद किया जाता है. यह हमारी पद्धति है.
-अनुज दीक्षित, मंदिर के व्यवस्थापक

Intro:स्लग-मंदिर में हंसते हुए शंकर भगवान

एंकर- यूपी के शाहजहांपुर में एक ऐसा मंदिर है जहां शिवजी की हँसती हुई मूर्ति है । आप मूर्ति से जितना ज्यादा पीछे हटेंगे उतनी ही मूर्ति खिलखिला कर हंसती नजर आएगी । मूर्ति के दर्शन के लिए मंदिर को साल में सिर्फ दो बार ही खोला जाता है । फिलहाल श्रद्धालुओं की ऐसी आस्था है कि यहां मांगी गई हर मनोकामना पूरी होती है।
Body:यहां थाना कांट के कुरिया कला का देवी मंदिर है। इस मंदिर के दरवाजे साल में सिर्फ दो बार ही खुलते है । इस मंदिर में भगवान शिव की मुस्कुराती हुई प्रतिमा है । जैसे ही आप प्रतिमा से पीछे की तरफ हटेंगे शिव जी की मूर्ति की मुस्कुराहट बढ़ती ही चली जाएगी । इस मंदिर की देखभाल एक दीक्षित परिवार करता है । मंदिर के पुजारी की माने तो कई साल पहले इस परिवार के पूर्वज ईश्वर दीक्षित जो कि एक व्यापारी थे, राजस्थान पहुंचे । जहां उन्होंने शिवजी की एक प्रतिमा को लेने की इच्छा जाहिर की । इसी बीच एक-दूसरे व्यापारी ने भी उसी प्रतिमा को खरीदने की बात रख दी । जिसके बाद यह तय किया गया कि जो भी प्रतिमा को हंसा देगा यह मूर्ति उसी को दे दी जाएगी। ऐसा माना जाता है कि व्यापारी ने अपनी पूजा-अर्चना से प्रतिमा को मुस्कुरा दिया था। शिवजी की उस मूर्ति को इसी मंदिर में स्थापित किया गया है ।

बाईट-अमित तिवारी, श्रद्धालु
बाईट-अनुज दीक्षित, मंदिर के व्यवस्थापकConclusion:इस मंदिर के दर्शन करने वालों की भारी भीड़ इकट्ठा होती है । साथ ही श्रद्धालुओं के लिए एक बड़े इलाके में मेले का आयोजन किया जाता है । श्रद्धालुओं की मानें तो यहां सच्चे मन से मांगी गई हर मनोकामना पूर्ण होती है । यही वजह है कि साल में दो बार खुलने वाले इस मंदिर के की आस्था कई जिलों में प्रसिद्ध है।

संजय श्रीवास्तव ईटीवी भारत शाहजहांपुर 9415 152485
Last Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.