शाहजहांपुर: जिले में पति की दीर्घायु के लिए की जाने वाली वट सावित्री पूजा को लेकर पुलिस बेहद सख्त है. हालांकि पुलिस की सख्ती के बावजूद महिलाएं चोरी-छिपे अपने पति की दीर्घायु के लिए वट वृक्ष की पूजा करती हुई नजर आईं.
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी धार्मिक स्थलों में सामूहिक रूप से पूजा-पाठ पर रोक है, लेकिन शुक्रवार को पति की दीर्घायु के लिए की जाने वाली वट सावित्री व्रत को लेकर महिलाएं बेहद उत्साहित दिखीं.
जिले में पुलिस वट सावित्री व्रत को लेकर बेहद सख्त है, लेकिन सुहागन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए चोरी-छिपे बरगद की पूजा करती हुई दिखाई दीं. वहीं कुछ महिलाएं रात में ही वट वृक्ष की पूजा कर गईं.
उन्नाव- बांगरमऊ नगर और नगर के सभी ग्रामीण क्षेत्रो में कोविड-19 को देखते हुए लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अधिकतर महिलाओं ने घर पर ही वट सावित्री पूजा की.
महिलाओं ने बताया कि उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए वट वृक्ष की एक छोटी सी डाल अपने घर में लगाकर वट सावित्री की पूजा की.
फर्रुखाबाद- जिले में वट सावित्री पूजा विभिन्न क्षेत्रों में मनाई गई. सुहागिनों ने वट वृक्ष की पूजा अर्चना कर अपने पति की लंबी उम्र की प्रार्थना और सदा सुहागन रहने की कामना की. सुहागिनों ने कथा सुनकर सुहाग के सामान का दान किया.
इस बार लॉकडाउन के चलते भीड़-भाड़ कम नजर आई. महिलाओं ने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सावित्री नाम की एक विवाहिता राजकुमारी ने अपने अल्पायु पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा के लिए ये व्रत रखा था.
ये भी पढ़ें- शाहजहांपुर: पुलिस अधीक्षक ने चलाया चेकिंग अभियान, श्रमिकों का जाना हाल