सहारनपुर: कोरोना वायरस के खौफ से लॉकडाउन लागू हुए 50 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं. लॉकडाउन के चलते जहां सभी सार्वजनिक कार्यक्रम, रैलियां, सरकारी आयोजन सब पर प्रतिबंध लगाया गया है, वहीं ब्याह शादी पर भी रोक लगाई गई है. आलम यह है कि लाखों की कीमत के कैमरे धूल फांक रहे हैं. फोटोग्राफी के कारोबार से जुड़े हजारों परिवार भूख की कगार पर पहुंच गए हैं. कई फोटोग्राफर ऐसे भी हैं जिन्होंने शादी के सीजन में वीडियो एवं फोटो ग्राफी के लिए ऋण लेकर महंगे कैमरे खरीदे हुए हैं जिससे उन्हें अब परिवार के पालन पोषण के साथ बैंक की किस्त की चिंता भी सताने लगी है.
कोविड 19 की वजह से देशभर में जहां लॉकडाउन के चलते 5 बारातियों और घरातियों की मौजूदगी में दूल्हा-दुल्हन मास्क लगाकर सात फेरे लेने को मजबूर हैं. फोटोग्राफी कारोबार से जुड़े प्रमोद कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि शादी के सीजन से पहले इन्होंने 3 लाख रुपये का ऋण लेकर कैमरा किट खरीदा है. कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लॉकडाउन लग गया. लॉकडाउन खुलने के बाद 20- 50 आदमियों के बीच दूल्हा-दुल्हन एक दूजे के हो जाएंगे. जहां पहले बड़े कार्यक्रमों में 5 से अधिक कैमरे चलते थे अब एक ही कैमरा काम कर पायेगा. ऐसे में हमारे सामने ऋण लेकर भरने की समस्या उत्पन्न हो गई है.
सहारनपुर फोटोग्राफर एसोसियेशन अध्यक्ष कपिल गुंबर ने बताया कि लॉकडाउन में शादियों के कार्यक्रम बैन होने से हजारों फोटोग्राफ़र भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. महंगे कैमरे खरीद कर 55 दिन से सब बेरोजगार बैठे हुए हैं. 20 मार्च से शादियों का सीजन चलने वाला था, लेकिन अचानक कोरोना वायरस की वजह से लॉक डाउन लग गया और सभी शादियों कैंसल हो गई.