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शाहजहांपुर: गर्भवती महिला की प्रसव के दौरान हुई थी मौत, जांच में जुटा अस्पताल प्रशासन

यूपी के शाहजहांपुर में डीएम की टिप्पणी से शर्मसार गर्भवती महिला की एक दिन बाद डिलीवरी के दौरान मौत हो गई. वहीं मेडिकल कॉलेज इस मामले की जांच कर रहा है.

मृतक महिला के परिजन
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Published : Aug 19, 2019, 9:25 AM IST

Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST

शाहजहांपुर: मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को जिलाधिकारी ने एक महिला को चौथी बार गर्भवती होने पर बेइज्जत किया था. उसके बाद वह महिला अपने पति के साथ एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हो गई. घटना के एक दिन बाद शनिवार को महिला की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई. मेडिकल कॉलेज इस मामले की जांच कर रहा है कि आखिर इस महिला की मौत कैसी हुई?

प्रसव के दौरान मौत के बाद जांच में जुटा अस्पताल प्रशासन.

जानें क्या है पूरा मामला -

  • शाहजहांपुर के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह चार दिन पहले मेडिकल कॉलेज में औचक निरीक्षण करने गए थे.
  • अस्पताल में भीड़ के सामने डीएम की ये बात सुनकर महिला ने अस्पताल में इलाज कराने से मना कर दिया.
  • इसके बाद महिला के पति ने उसे वहां से डिस्चार्ज कराया और निगोही के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया.
  • इस अस्पताल में महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया, लेकिन ज्यादा ब्लीडिंग के चलते बरेली ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई.
  • मेडिकल कॉलेज इस मामले की जांच करा रहा है कि आखिर महिला की मौत कैसी हुई.
  • इस मामले में एक आशा बहु द्वारा जबरजस्ती प्रसव कराने का भी मामला सामने आया है.

इसे भी पढ़ें:- चौथा बच्चा पैदा करने पर DM ने महिला को किया बेइज्जत, डिलीवरी के बाद हुई मौत

चर्चा ये भी है कि कमीशन के चलते एक आशा बहु मृतक गर्भवती को प्राइवेट अस्पताल ले गई थी, जहां उसकी मौत हो गई. वहीं प्राइवेट अस्पताल महिला में खून की कमी होना मौत की वजह बता रहा है. मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार अफसर प्राइवेट अस्पताल पर जबरन बच्चे की डिलीवरी करने को ही मौत का जिम्मेदार बता रहे हैं. फिलहाल पूरे मामले में जांच की बात कही जा रही है.


शाहजहांपुर: मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को जिलाधिकारी ने एक महिला को चौथी बार गर्भवती होने पर बेइज्जत किया था. उसके बाद वह महिला अपने पति के साथ एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हो गई. घटना के एक दिन बाद शनिवार को महिला की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई. मेडिकल कॉलेज इस मामले की जांच कर रहा है कि आखिर इस महिला की मौत कैसी हुई?

प्रसव के दौरान मौत के बाद जांच में जुटा अस्पताल प्रशासन.

जानें क्या है पूरा मामला -

  • शाहजहांपुर के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह चार दिन पहले मेडिकल कॉलेज में औचक निरीक्षण करने गए थे.
  • अस्पताल में भीड़ के सामने डीएम की ये बात सुनकर महिला ने अस्पताल में इलाज कराने से मना कर दिया.
  • इसके बाद महिला के पति ने उसे वहां से डिस्चार्ज कराया और निगोही के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया.
  • इस अस्पताल में महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया, लेकिन ज्यादा ब्लीडिंग के चलते बरेली ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई.
  • मेडिकल कॉलेज इस मामले की जांच करा रहा है कि आखिर महिला की मौत कैसी हुई.
  • इस मामले में एक आशा बहु द्वारा जबरजस्ती प्रसव कराने का भी मामला सामने आया है.

इसे भी पढ़ें:- चौथा बच्चा पैदा करने पर DM ने महिला को किया बेइज्जत, डिलीवरी के बाद हुई मौत

चर्चा ये भी है कि कमीशन के चलते एक आशा बहु मृतक गर्भवती को प्राइवेट अस्पताल ले गई थी, जहां उसकी मौत हो गई. वहीं प्राइवेट अस्पताल महिला में खून की कमी होना मौत की वजह बता रहा है. मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार अफसर प्राइवेट अस्पताल पर जबरन बच्चे की डिलीवरी करने को ही मौत का जिम्मेदार बता रहे हैं. फिलहाल पूरे मामले में जांच की बात कही जा रही है.


Intro:
स्लग मौत पर जाँच

एंकर यूपी के शाहजहांपुर में डीएम की टिप्पणी से शर्मसार गर्भवती महिला की सिस्टम ने जान ले ली यहां पहले तो डीएम ने चौथा बच्चा पैदा करने पर महिला को बेशर्म कहा तो वही मेडिकल कॉलेज से निकाले जाने के बाद प्राइवेट अस्पताल उसकी मौत की वजह बना फिलहाल पूरे मामले में जांच की जा रही है


Body:दरअसल शाहजहांपुर के जिला अधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने एक गर्भवती महिला को चौथा बच्चा पैदा करने पर उसे बेशर्म बोला था महिला को मेडिकल अस्पताल में भर्ती तो करवाया गया लेकिन उसे यह बताया गया कि अभी बच्चे होने में 10 दिन हैं उसके बाद वह महिला अपने पति के साथ अस्पताल से डिस्चार्ज हो कर चली गई ऐसी आशंका जताई जा रही है कि जब महिला को सदर बाजार के निगोही रोड स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया तो वहां महिला को दर्द का इंजेक्शन देकर बच्चे की डिलीवरी कराई गई आशंका व्यक्त की जा रही है कि जबरन डिलीवरी कराने के चलते महिला को हैवी ब्लीडिंग शुरू हो गई और उसकी मौत हो गई आपको बता दें कि निजी अस्पताल में एक अन्य महिला से बच्चे की डिलीवरी कराई गई क्योंकि यहां कोई महिला डॉक्टर नहीं थी वहीं इस मामले में मेडिकल कॉलेज भी सवालों के घेरे में आ गया है क्योंकि जब महिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती थी तो उसे बच्चा ना होने की बात कही गई थी चर्चा है कि कमीशन के चलते एक आशा वर्कर मृतक गर्भवती महिला को प्राइवेट अस्पताल ले गई थी जहां उसकी मौत हो गई प्राइवेट अस्पताल महिला में खून की कमी मौत की वजह बता रहा है तो वहीं मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार अफसर प्राइवेट अस्पताल पर जबरन बच्चे की डिलीवरी करने और अस्पताल को ही मौत का जिम्मेदार बता रहे हैं फिलहाल पूरे मामले में जांच की बात कहीं जा रही है

बाइट डॉ मोहम्मद मुईन खान बीएएमएस प्राइवेट अस्पताल
बाइट डॉ अनीता घसमाना सीएमएस मेडिकल कॉलेज


Conclusion: वहीं इस मामले में परिवार के लोग गर्भवती महिला की मौत का जिम्मेदार जिला अधिकारी को बता रहे हैं उनका कहना है कि अगर जिला अधिकारी ने महिला को अपमानित और शर्मसार ना किया होता तो शायद वह मेडिकल कॉलेज में ही इलाज करवाते लेकिन शर्मसार होने के बाद परिवार प्राइवेट अस्पताल में पहुंच गया जहां उस महिला की मौत हो गई फिलहाल इस मामले में गर्भवती महिला के शर्मसार होने के बाद खराब सिस्टम ने उस महिला की जान ले ली

संजय श्रीवास्तव ईटीवी भारत शाहजहांपुर 94 15 15 2485
Last Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST
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