भदोही: ज्ञानपुर ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा गलत पता देकर लाइसेंसी असलहा लेने के मामले में जेल भेज गए हैं. इस दौरान जेल भेजे जाने से पहले उनका कोरोना टेस्ट किया गया, जिसमें वह संक्रमित पाए गए. इसके बाद उन्हें भदोही स्थित एल-1 अस्पताल में पुलिस की निगरानी में आइसोलेट किया गया है. मनीष मिश्रा बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के भतीजे हैं.
गोपीगंज कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक वर्ष 2011 में ब्लॉक प्रमुख ज्ञानपुर मनीष मिश्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. आरोप लगाया था कि मनीष मिश्र मूल निवासी हंडिया तहसील क्षेत्र के खपटिहा के हैं, लेकिन गलत पता कौलापुर का शपथपत्र देकर असलहा लाइसेंस ले लिया है. गोपीगंज कोतवाली में उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 419, 420, 467 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
मामले में कोर्ट से कई माह पहले गैर जमानती वारंट जारी हुआ था, लेकिन वह हाजिर नहीं हो रहे थे. शुक्रवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में हाजिर हुए. उनके अधिवक्ता मनोज पांडेय ने कोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल की. जमानत में पर्याप्त आधार न होने पर अर्जी को खारिज करते हुए मनीष मिश्रा को 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया.
जेल जाने के पहले हुई कोरोना जांच में वह पॉजिटिव मिले हैं, इसके कारण उन्हें भदोही स्थित एल-1 अस्पताल में पुलिस की निगरानी में आइसोलेट किया गया है. वहीं जेलर कृष्ण मुरारी गुप्ता का कहना है कि मनीष मिश्रा इस समय बीमार चल रहे हैं. चिकित्सकों ने उन्हें आराम करने के लिए कहा है.