भदोही : जिले में स्वस्थ विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. कोरोना को लेकर खरीदे गए उपकरण में जमकर अनियमितता बरती गई है. स्वास्थ्य उपकरण खरीदने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मनमाने पैसे खर्च किए हैं.
वहीं उपकरणों की खरीद में की गई मनमानी पर शासन ने शिकंजा कस दिया है. जिले में खरीदे गए पल्स ऑक्सीमीटर और इंफ्रारेड थर्मामीटर के भुगतान पर पेच फंस गया है. प्रमुख सचिव पंचायतीराज ने सख्त निर्देश जारी किया है कि पंचायतें 2800 रुपये से अधिक भुगतान नहीं करेंगी. इस कीमत पर दोनों उपकरण जैम पोर्टल पर भी उपलब्ध हैं.
दरअसल, जिला स्तर पर अब तक 652 पल्स ऑक्सीमीटर और 658 इफ्रारेड थर्मामीटर की खरीद की गई थी. जैम पोर्टल पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से के पंजीकृत फर्मों से पूरे उपकरण खरीद लिए गए हैं. कुछ उपकरण तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजा गया है. उसका भुगतान स्वास्थ्य विभाग करेगा. लेकिन 450 ऑक्सीमीटर और उतना ही इफ्रारेड थर्मामीटर कोविड-19 सर्विलांस टीम को दिया गया. इसका भुगतान भी ग्राम पंचायतों करने को कहा गया है.
सीएमओ डॉ. लक्ष्मी सिंह का कहना है कि सर्विलांस टीम को उपकरण देना था इसलिए डीएम के निर्देश पर खरीद कर टीम को उपकरण दे दिए गए थे. दोनों उपकरण करीब नौ हजार के खरीदे गए थे. ऐसे में प्रमुख सचिव पंचायती राज का निर्देश भुगतान में पेंच फंसा दिया है.
जिला पंचायत राज अधिकारी बालेशधर द्विवेदी ने सहायक पंचायत अधिकारियों को पत्र भेजा है, कि किसी भी दशा में राज्य एवं केंद्रीय वित्त के मद से 2800 रुपये से अधिक का भुगतान नहीं किया जाएगा. इससे अधिक भुगतान करने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.