भदोहीः कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए कालीन संवर्धन केंद्र ने दिल्ली में 28 मार्च को लगने वाले कारपेट फेयर को रद्द कर दिया है. कारपेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने कोरोना वायरस की वजह से दिल्ली के कारपेट फेयर को रद्द करने का फैसला लिया है. इस कारपेट फेयर की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थी और इसमें 100 देशों से 200 बायर आने वाले थे. जबकि भारत से 300 से अधिक कारपेट व्यापारी इस मेले में हिस्सा लेने वाले थे. 11 मार्च को हुए मीटिंग में यह फैसला लिया गया है.
दिल्ली के इस कारपेट फेयर के रद्द होने की वजह से कारपेट इंडस्ट्री को लगभग 400 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है. भारतीय हस्तनिर्मित कालीन के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए देश में वस्त्र मंत्रालय की कालीन निर्यात संवर्धन परिषद बनारस और दिल्ली में फेयर आयोजित करती है.
इस फेयर में देश भर के निर्यताकों को ऑर्डर मिलते हैं, लेकिन जानलेवा कोरोना वायरस के प्रकोप से यह उद्योग भी अछूता नहीं है. सौ से अधिक देशों में फैले कोरोना के कारण लोग यात्रा से परहेज कर रहे हैं. इसके साथ ही इंटरनेशनल उड़ाने भी प्रभावित हुई हैं.
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इसे देखते हुए फेयर आयोजित करने वाली परिषद ने दिल्ली के ओखला में लगने वाले इंडिया कारपेट एक्सपो को रद्द कर दिया है. आयोजकों को कहना है कि अब 30 अप्रैल के बाद स्थितियों को देखते हुए, नई तारीखों की घोषणा पर विचार किया जाएगा.
फेयर में शामिल होने के लिए कालीन निर्यातक भी अपनी तैयारियों में जुटे थे, लेकिन कोरोना के कारण जब उनके बायर यात्रा रद्द करने लगे तो निर्यताको कि ओर से भी फेयर रद्द करने की मांग की गई थी. फेयर रद्द होने के कारण माना जा रहा है कि कालीन उद्योग पर चार सौ करोड़ से अधिक का व्यवसाय प्रभावित होगा.
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कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से ही चीन के शंघाई शहर में लगने वाला कारपेट फेयर भी रद्द कर दिया गया था. इससे भदोही कालीन इंडस्ट्री को 200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.