भदोहीः बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अपना तुगलकी फरमान लोगों के विरोध के बाद वापस ले लिया. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिले के खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया था कि सभी अधिकारी अपने क्षेत्र के 4000 लोगों के फोन में आरोग्य सेतु एप इंस्टाल करवाएं और सभी से 100 रुपये पीएम फंड में डलवाएं.
कोरोना को लेकर हुआ था आदेश जारी
कोरोना वायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा आरोग्य सेतु एप को जनपद के सभी व्यक्तियों को डाउनलोड कराने हेतु निर्देश जारी किया गया था. उसमें बेसिक शिक्षा अधिकारी ने विकासखंड के लगभग 4000 व्यक्तियों के एंड्राइड मोबाइल में प्रतिदिन आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कराने तथा डाउनलोड कराते हुए प्रधानमंत्री केयर फंड में सभी से 100 रुपये डालने की बात कही थी.
कर्मचारियों ने किया विरोध
यह आदेश भदोही के सभी एबीएसए को दिया गया था. इसके लिए उन्होंने 1 मई तक समय निर्धारित किया था. इस सूचना के वायरल होने के बाद सरकारी कर्मचारियों ने इसका विरोध किया था. उन्होंने कहा था कि जब सरकार भत्ते और मासिक वेतन में से सभी कर्मचारियों की कटौती कर चुकी है तो ऐसे में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने के बाद सौ रुपया देना कहां तक उचित है.
बीएसए ने बताया टाइपिंग मिस्टेक
यह बात जैसे ही ऊपर तक पहुंची तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से अपना 'तुगलकी फरमान' वापस लेते हुए एक दूसरा निर्देश जारी किया, जिसमें 4000 व्यक्तियों को एप डाउनलोड करने की बात कही, लेकिन 100 रुपये के योगदान को कर्मचारियों के स्वेच्छा पर छोड़ दिया. बीएसए अमित सिंह ने कहा कि टाइपिंग में मिस्टेक हो गया था, जिसकी वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई थी, उसे सुधार कर पुनः आदेश जारी कर दिया गया है.