संतकबीर नगर: यूपी के संतकबीर नगर जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत बुद्धाकला गांव निवासी लोगों ने बुधवार को एक निजी अस्पताल संचालक के खिलाफ बच्चा चोरी का आरोप लगाया. उसके बाद वे लोग जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अस्पताल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की.
ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को मुआवजे और परिजनों को सरकारी नौकरी देने की मांग की. बता दें कि संत कबीर नगर जिले के बुद्धाकला गांव निवासी किशोर चौरसिया की पत्नी सुनीता चौरसिया को 9 अक्टूबर को प्रसव पीड़ा हुई. परिजन उसे एएनएम सेंटर लेकर पहुंचे जहां सुनीता ने एक बच्चे को जन्म दिया.
एएनएम ने बताया कि उक्त महिला के पेट में जुड़वा बच्चे हैं जिसको ऑपरेशन से ही निकाला जा सकता है. ग्रामीणों का आरोप है कि आशा बहू उन लोगों को सरकारी अस्पताल न ले जाकर खलीलाबाद स्थित प्राइवेट अस्पताल ले गई. यहां अस्पताल संचालक द्वारा ऑपरेशन किया गया.
बाद में सुनीता की हालत गंभीर बताते हुए प्राइवेट अस्पताल संचालक ने महिला को गोरखपुर मेडिकल काॅलेज रेफर कर दिया. यहां ले जाते वक्त रास्ते में ही सुनीता ने दम तोड़ दिया. परिजनों का आरोप है कि प्राइवेट अस्पताल संचालक ने सुनीता का ऑपरेशन ठीक से नहीं किया जिससे उसकी मौत हो गई. यह भी आरोप लगाया कि ऑपरेशन के बाद उन लोगों को दूसरा बच्चा भी नहीं दिया गया. आनन-फानन परिजनों ने महिला के शव को दफना दिया. बाद में लोगों की शिकायत के बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम की मांग की.
साथ ही निजी अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जिला अधिकारी से लेकर एसपी कार्यालय तक गुहार लगाई. हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ. इससे नाराज ग्रामीणों ने जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर वहां पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इस संबंध में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. इस मामले में पुलिस को एफआईआर दर्ज करने और मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं.