संतकबीरनगरः जिले के मेहदावल विधानसभा क्षेत्र के साथ ब्लॉक में हुए मनरेगा घोटाले की जांच सीबीआई कर ही रही है, तो वहीं अब दूसरी ओर मेहदावल नगर पंचायत भी लोक आयुक्त की जांच के दायरे में आ गया है. मेहदावल नगर पंचायत की वर्तमान चेयरमैन प्रमिला जायसवाल और उनके पति पूर्व चेयरमैन मोतीलाल जायसवाल पर आय से अधिक संपत्ति और घोटाले की फेहरिस्त को जोड़कर करीब 60 से 70 करोड़ रुपये के गड़बड़झाले का बड़ा आरोप लगा है. ये आरोप मेहदावल नगर पंचायत के ही अनुराग त्रिपाठी नाम के एक समाजसेवी ने लगाया है.
आपको बता दें कि ये पूरा मामला संतकबीरनगर के मेहदावल नगर पंचायत का है. जहां मेहदावल के ही अनुराग त्रिपाठी नाम के एक समाजसेवी ने नगर पंचायत मेहदावल की वर्तमान चेयरमैन प्रमिला जायसवाल और उनके प्रतिनिधि पति पूर्व चेयरमैन मोती लाल जायसवाल पर करोड़ों रुपये के घोटाले और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाते हुए लोक आयुक्त से शिकायत की गई थी. वहीं शिकायत के बाद लोक आयुक्त ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम के पास पत्र भेजकर निष्पक्ष जांच कराकर जल्द रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया है. जिसके बाद से मेहदावल नगर पंचायत के जिम्मेदारों के होश उड़े हुए हैं. शिकायतकर्ता अनुराग त्रिपाठी ने शासकीय और वित्तीय भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा है. बताया गया है कि पार्क, नाला, सड़क और मुक्तिधाम के नाम पर जमकर भष्ट्राचार किया गया. उन्होंने 9 साल में 60 से 70 करोड़ की अकूत संपत्ति अर्जित कर डाली.
वहीं आरोपों के सवाल पर पूर्व चेयरमैन और वर्तमान चेयरमैन के पति मोतीलाल जायसवाल ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि ये सब राजनीतिक द्वेष है. इसके अलावा कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि सक्षम अधिकारियों के द्वारा जो भी दस्तावेज मांगा जाएगा, वो सबकुछ उपलब्ध कराया जाएगा.
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पूरे मामले पर जिला अधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि लोकायुक्त द्वारा लेटर आया है. जिसके बाद नगर पंचायत मेहदावल की जांच कराई जाएगी, जो भी मामला सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.