संतकरीब नगरः उत्तर प्रदेश के जिले संतकबीर नगर में स्वर्ग से आकर लोग मनरेगा मजदूरी कर रहे हैं और मजदूरी ले रहे हैं. चौंक गए ना. दरअसल बात हो रही है मनरेगा में चल रही गड़बड़ियों की. शिकायतकर्ताओं की मानें तो मनरेगा योजना में बड़ा खेल चल रहा है. कई साल पहले मर चुके लोगों के नाम पर मनरेगा में घोटाला किया जा रहा है.
20 साल पहले मरे व्यक्ति दिखाया गया मनरेगा मजदूर
पहला मामला जिले के हैसर ब्लॉक में आने वाले दुघरा कला गांव का है. यहां बीजेपी के जिला पंचायत सदस्य संतोष चौहान ने शपथ पत्र के जरिए जिलाधिकारी दिव्या मित्तल से शिकायत की है कि उनके गांव में दो मृतकों को मनरेगा मजदूर दर्शाया गया है. उनका कहना है कि दुघराकला गांव के सीताराम जो 20 साल पहले ही मर चुके हैं, वो अभी भी मनरेगा में मजदूरी ले रहे हैं. वहीं, गांव के ही राम आशीष की भी मौत 10 पहले हो चुकी है, उन्हें भी मनरेगा मजदूर दर्शाकर मजदूरी ली जा रही है. उन्होंने शपथ पत्र में यह भी दावा किया कि उनके गांव में अधिकारियों और प्रधान ने मिलकर लगभग 50 लाख रुपए का घोटाला भी किया है.
वहीं, नाथनगर ब्लॉक में आने वाले गालिमपुर गांव के रणविजय यादव ने भी जिलाधिकारी से इसी तरह की शिकायत की है. दावा किया कि उनके गांव की माया देवी पत्नी राम मिलन की मौत 2017 में ही मौत हो चुकी है वो मनरेगा में मजदूरी कर रही हैं. शिकायतकर्ता का दावा है कि यदि निष्पक्ष जांच हो जाए तो लाखों का घोटाला सामने आएगा.
पहले से चल रही सीबीआई जांच
जिले के साथा ब्लॉक में मनरेगा कार्यों में घोटाले की सीबीआई जांच 2012-13 से जारी है. लोगों का दावा है कि जांच के बावजूद मनरेगा में गड़बड़ियां कम नहीं हो रहीं.
परिजन भी हैरान
मृतक लोगों के परिजनों से जब इस बारे में बात की गई तो वह भी हैरान हो गए. वहीं, जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई करने की बात कही है.