संतकबीरनगर: लोगों के इलाज के लिए जनपद में 7 करोड़ की लागत बना आयुष अस्पताल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. 6 महीने पहले ही यह अस्पताल जनता के लिए समर्पित किया गया था. लेकिन चंद दिनों में ही अस्पताल की दीवारों में दरारें आ गई हैं. मीडिया की नजर पड़ी तो अस्पताल प्रशासन आनन-फानन इन दरारों को छिपाने में जुट गया.
बता दें कि मामला संतकबीरनगर के खलीलाबाद ब्लॉक का है. यहा मंझरिया गांव में करीब 7 करोड़ की लागत से 50 बेड का अस्पताल बनाया गया था. इस आयुष अस्पताल का 6 महीने पहले ही सीएम योगी ने वर्चुअल लोकार्पण किया था. लेकिन 6 महीनों में अस्पताल की दीवारों और पिलर के पास दरार पड़ गई हैं. इस मामले को दबाने के लिए अस्पताल प्रशासन ने इसकी मरम्मत कराना शुरू कर दिया है.
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मामला मीडिया के सामने आया तो आनन-फानन में दरारों को छिपाया जाने लगा है. इस मामले में अस्पताल प्रशासन से जानकारी ली गई. मामले में स्वास्थ्य अधीक्षक डॉक्टर दिनेश चंद्रा का कहना है कि मिट्टी बैठने से यह दरारें आई हैं, दीवारों में कोई दिक्कत नहीं है. मरम्मत कराई जा रही है. विभाग से भी इसकी शिकायत की गई है.
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