कानपुर : यूपी में कानपुर के एलएलआर अस्पताल के पास स्थित जीएसवीएसएस पीजीआई में बुधवार को एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे देखकर यह पुरानी कहावत सच लगने लगी, "डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं". यहां के डॉक्टर्स की टीम ने एक अद्भुत सफलता प्राप्त की.
दरअसल, सर्जरी के दौरान डॉक्टरों ने 25 साल की महिला के दिमाग से दो क्रिकेट बाल के आकार के ट्यूमर निकाले और दिल में हो रहे छेद का भी इलाज किया. यह सर्जरी एक चमत्कारी कार्य के समान थी, क्योंकि ऑपरेशन के महज आठ घंटे बाद महिला को राहत मिली, जो पहले बोलने, सुनने और अन्य शारीरिक परेशानियों का सामना कर रही थी.
सर्जन डा. पंकज कुमार और डा. आंचल दत्ता ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ मरीज की सर्जरी की तैयारी शुरू की. हालांकि, चिकित्सकों ने देखा, मरीज के दिल में भी छेद है. एक पल के लिए चिकित्सक इस दुविधा में फंस गए, पहले इलाज क्या किया जाए? मगर, चिकित्सकों ने अपना हुनर दिखाते हुए दिल से पहले 8 घंटे तक सर्जरी करते हुए दिमाग से दोनों ट्यूमर को बाहर निकाल दिया. जिससे मरीज को थोड़ा आराम मिल गया. अब, चिकित्सकों के इस काम और धैर्य की पूरे जीएसवीएसएस पीजीआई में सराहना हो रही है.
इस तरह के मामले बेहद दुर्लभ श्रेणी में: जीएसवीेएम मेडिकल कालेज के न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डा. मनीष ने बताया, जब किसी मरीज के दिमाग में ट्यूमर हो और दिल में छेद हो तो ऐसे मामले बहुत दुर्लभ श्रेणी वाले माने जाते हैं. उन्होंने कहा, सर्जरी करने वाली चिकित्सकों की टीम ने करिश्मा कर दिखाया. एक माह पहले जब महिला मरीज ओपीडी में आई थी, तो उसे सिरदर्द की शिकायत थी. मगर, बाद में जांच हुई तो सामने आया दिमाग में क्रिकेट की बाल के आकार वाले दो ट्यूमर हैं. डा.मनीष ने कहा, एक साल में जीएसवीएसएस पीजीआई में 10 हजार से अधिक सर्जरी की जा चुकी हैं. यहां कानपुर के अलावा 18 अन्य जिलों से रोजाना अच्छी संख्या में मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं.
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