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संतकबीर नगर: विकास कार्यों के नाम पर लाखों का घोटाला, जांच में जुटे अधिकारी

यूपी के संतकबीर नगर में विकास के नाम पर घोटाला करने वाले अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं. विकास के नाम पर मिलने वाले सरकारी धन को डकारने के मामले भी सामने आ रहे हैं. वहीं घोटाले की शिकायत मिलने पर प्रशासन ने नकेल कसना शुरू कर दिया है.

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Published : Nov 3, 2019, 12:05 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:22 PM IST

विकास कार्यों के नाम पर लाखों का घोटाला.

संतकबीर नगर: मामला सेमरियावां ब्लॉक के उचहराकला गांव का है. यहां विकास के नाम पर आवंटित धन जब प्रधान व सचिव डकार गए हों तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि गांव के विकास की जमीनी हकीकत कितनी अच्छी होगी. मामले का खुलासा उस वक्त हुआ, जब गांव के ही एक युवा ग्रामीण ने जिलाधिकारी से शिकायत की. डीएम ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर रिपोर्ट मांगी है. इस दौरान ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा आनन-फानन में घटिया सामग्रियों से कुछ कार्यों का निर्माण कार्य प्रारम्भ करा दिया गया.

विकास कार्यों के नाम पर लाखों का घोटाला.

पढ़ें- सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री इंडिया के लिए छोड़ी यूएस की नौकरी, मुहिम पर निकले मुरैना के ब्रजेश

वहीं जांच टीम के सामने ही घटिया दर्जे की सामग्री का उपयोग निर्माण कार्य में चलता रहा, लेकिन जिम्मेदार कुछ भी बोलने से कतराते रहे. इस दौरान पाया गया कि लगभग 50 लाख रुपये का गबन किया गया है. हालांकि जब मौके पर मीडिया कर्मियों ने जांच टीम से सवाल किए तो जांच अधिकारी गोलमोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ते नजर आए. अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी या फिर कागजों तक ही सीमित रह जाएगा घोटाले का ये मामला.

संतकबीर नगर: मामला सेमरियावां ब्लॉक के उचहराकला गांव का है. यहां विकास के नाम पर आवंटित धन जब प्रधान व सचिव डकार गए हों तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि गांव के विकास की जमीनी हकीकत कितनी अच्छी होगी. मामले का खुलासा उस वक्त हुआ, जब गांव के ही एक युवा ग्रामीण ने जिलाधिकारी से शिकायत की. डीएम ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर रिपोर्ट मांगी है. इस दौरान ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा आनन-फानन में घटिया सामग्रियों से कुछ कार्यों का निर्माण कार्य प्रारम्भ करा दिया गया.

विकास कार्यों के नाम पर लाखों का घोटाला.

पढ़ें- सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री इंडिया के लिए छोड़ी यूएस की नौकरी, मुहिम पर निकले मुरैना के ब्रजेश

वहीं जांच टीम के सामने ही घटिया दर्जे की सामग्री का उपयोग निर्माण कार्य में चलता रहा, लेकिन जिम्मेदार कुछ भी बोलने से कतराते रहे. इस दौरान पाया गया कि लगभग 50 लाख रुपये का गबन किया गया है. हालांकि जब मौके पर मीडिया कर्मियों ने जांच टीम से सवाल किए तो जांच अधिकारी गोलमोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ते नजर आए. अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी या फिर कागजों तक ही सीमित रह जाएगा घोटाले का ये मामला.

Intro:संतकबीरनगर-विकास कार्य मे आये लाखो रुपये धन का घोटालाBody:एंकर- यूपी के संतकबीरनगर में विकास के नाम पर घोटाला करने वाले घोटाले बाज अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं और सरकार के धन को डकार ने में जुटे हुए हैं वही शिकायत पर प्रशासन ने नकेल कसना चालू कर दिया है।

Conclusion:आपको बता दे कि पूरा मामला सेमरियावां ब्लॉक के उचहराकला गाँव का है जहाँ विकास के नाम पर आवंटित धन जब प्रधान व सचिव डकार गए हो तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह गांव के विकास की जमीनी हकीकत कितनी अच्छी होगी पूरा मामला सेमरियावां विकासखंड के उचहराकला का है। मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब गांव के ही एक युवा ग्रामीण ने जिलाधिकारी से शिकायत की डीएम ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तीन सदस्यीय जॉच टीम गठित करके रिपोर्ट की मांगी है जिसपर टीम के सतीश चंद ने जांच किया, इस दौरान ग्राम प्रधान और सचिन द्वारा आनन फानन में घटिया सामग्रीयों से कुछ कार्यों को निर्माण कार्य प्रारम्भ करा दिया गया।वहीं जांच टीम के सामने ही घटिया दर्जे की सामग्री का उंपयोग निर्माण कार्य में चलता रहा लेकिन जिम्मेदार कुछ भी बोलने से कतराते रहे। इस दौरान पाया गया कि लगभग 50 लाख रुपए का गबन किया गया है। हालांकि जब मौके पर मीडिया कर्मियों ने जांच टीम से सवाल किया तो जाँच अधिकारी गोलमोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ते नजर आए। हालांकि अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी या फिर कागजो तक ही सीमित रह जाएगा घोटाले का ये मामला।


बाइट- सतीश चन्द्र,जांच अधिकारी

बाइट-आलोक कुमार प्रियदर्शी डीपीआरओ
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:22 PM IST
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