संत कबीर नगर: जिले में आंगनबाड़ी पद पर समायोजन की मांग को लेकर सेमरियावां ब्लॉक की रहने वाली रशीदा खातून नाम की महिला पूरे परिवार के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठ गई. पीड़िता ने जिला प्रशासन पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद पर गलत तरीके से भर्ती करने का आरोप लगाया है. पीड़ित राशिदा ने मांगे पूरी न होने तक अनशन पर बैठने की बात कही है.
आपको बता दें कि पूरा मामला संत कबीर नगर जिले के सेमरियावां ब्लॉक में आने वाले तिलजा का है, जहां की रहने वाली राशिदा खातून बुधवार को अपनी मांगों को लेकर पूरे परिवार के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठ गई. आंगनबाड़ी सहायिका रशीदा खातून का कहना है कि आगनबाडी केंद्र तिलजा द्वितीय में रिक्त आगनबाड़ी कार्यकर्ता पद के सापेक्ष रिश्वत लेकर अनियमित ढंग से दूसरी महिला का समायोजन कर दिया गया है. पीड़ित ने बताया है कि शासनादेश के अनुसार प्राथमिक आगनबाड़ी कार्यकर्ता पद पर नियुक्त किया जाना था. राशिदा ने बताया कि तिलजा में द्वितीय आंगनबाड़ी केंद्र पर सहायिका के पद पर 2011 से तैनात हैं. इसी केंद्र पर आगनबाड़ी कार्यकर्ता मुहैया खातून तैनाती जिन्होंने 2016 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
जानिए क्यों परिवार संग भूख हड़ताल पर बैठी आंगनबाड़ी सहायिका
उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर के सेमरियावां ब्लॉक की रहने वाली रशीदा खातून पूरे परिवार के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं. उनका आरोप है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद की नियुक्ति जिला प्रशासन ने फर्जी तरीके से की है.
संत कबीर नगर: जिले में आंगनबाड़ी पद पर समायोजन की मांग को लेकर सेमरियावां ब्लॉक की रहने वाली रशीदा खातून नाम की महिला पूरे परिवार के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठ गई. पीड़िता ने जिला प्रशासन पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद पर गलत तरीके से भर्ती करने का आरोप लगाया है. पीड़ित राशिदा ने मांगे पूरी न होने तक अनशन पर बैठने की बात कही है.
आपको बता दें कि पूरा मामला संत कबीर नगर जिले के सेमरियावां ब्लॉक में आने वाले तिलजा का है, जहां की रहने वाली राशिदा खातून बुधवार को अपनी मांगों को लेकर पूरे परिवार के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठ गई. आंगनबाड़ी सहायिका रशीदा खातून का कहना है कि आगनबाडी केंद्र तिलजा द्वितीय में रिक्त आगनबाड़ी कार्यकर्ता पद के सापेक्ष रिश्वत लेकर अनियमित ढंग से दूसरी महिला का समायोजन कर दिया गया है. पीड़ित ने बताया है कि शासनादेश के अनुसार प्राथमिक आगनबाड़ी कार्यकर्ता पद पर नियुक्त किया जाना था. राशिदा ने बताया कि तिलजा में द्वितीय आंगनबाड़ी केंद्र पर सहायिका के पद पर 2011 से तैनात हैं. इसी केंद्र पर आगनबाड़ी कार्यकर्ता मुहैया खातून तैनाती जिन्होंने 2016 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया.