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संतकबीर नगर: 50 लाख के गेहूं घोटाले में क्रय केंद्र पर होगी कार्रवाई

उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर में 50 लाख के गेहूं घोटाले का मामला सामने आया है. जिले में दो क्रय केंद्र प्रभारियों ने सितंबर माह के समाप्त हो जाने के बाद भी किसानों से गेहूं खरीदा, जिसकी कीमत 50 लाख रुपये से ज्यादा है. अधिकारियों ने दोनों केंद्रों को नोटिस भेजकर गेहूं जमा करने के साथ ही जवाब भी मांगा था, लेकिन इसके बाद भी गोदाम पर गेहूं जमा नहीं किया गया.

संतकबीर नगर में 50 लाख के गेहूं घोटाले का मामला.
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Published : Oct 15, 2019, 10:27 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:22 PM IST

संतकबीर नगर: यूपी सरकार भले ही घोटालेबाज के ऊपर सख्त हो, लेकिन यूपी के संतकबीर नगर जिले में 50 लाख के गेहूं घोटाले कर घोटालेबाजों ने सभी को चौका दिया. विभाग द्वारा कई बार नोटिस देने के बावजूद भी अब तक न तो धन की रिकवरी हुई और न ही गोदाम तक गेहूं पहुंचा है. हालांकि अब अधिकारी कार्रवाई की तैयारी में हैं.

संतकबीर नगर में 50 लाख के गेहूं घोटाले का मामला.

बता दें कि मामला 50 लाख रुपये के गेहूं घोटाले से जुड़ा है. खलीलाबाद के दो क्रय केंद्र प्रभारियों ने सितंबर माह के समाप्त होने के बाद भी किसानों से 277 एमटी गेहूं खरीदा गया, जिसकी कीमत 50 लाख रुपये से ज्यादा की है. उसे केंद्र प्रभारियों ने जमा ही नहीं किया, जिनमें एक साधन सहकारी समिति और दूसरा डीसीएफ क्रय केंद्र शामिल है.

इसके बाद जिम्मेदारों ने दोनों केंद्रों को नोटिस भेजकर गेहूं जमा करने के साथ ही जवाब भी मांगा था, लेकिन इसके बाद भी गोदाम पर गेहूं जमा नहीं किया गया. केंद्र प्रभारियों ने गेहूं खराब होने का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ लिया. केंद्र प्रभारियों ने कहा कि गेहूं सड़ जाने के कारण गोदाम में जमा नहीं हुआ, लेकिन अधिकारी भी इनकी चाल समझ गए और गेहूं खरीद का पैसा जल्द जमा करने की बात कही.

ये भी पढ़ें- संतकबीरनगर: 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में जोड़ने के लिए धरना प्रदर्शन

12 अक्टूबर को पैसा जमा करने का वादा करने के बाद भी अभी तक पैसा जमा नहीं किया गया. अब केंद्र प्रभारियों ने तीन दिन की मोहलत मांगी है. अधिकारियों की मानें तो अगर तीन दिन में पैसा जमा नहीं हुआ तो इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इनसे पूरे पैसे की वसूली की जाएगी. मामला जो भी हो लेकिन जिस तरह से घोटालेबाजों ने सरकार को 50 लाख का चूना लगाया है. उससे साफ जाहिर होता है कि यूपी में घोटालेबाज अभी भी सक्रिय हैं.

संतकबीर नगर: यूपी सरकार भले ही घोटालेबाज के ऊपर सख्त हो, लेकिन यूपी के संतकबीर नगर जिले में 50 लाख के गेहूं घोटाले कर घोटालेबाजों ने सभी को चौका दिया. विभाग द्वारा कई बार नोटिस देने के बावजूद भी अब तक न तो धन की रिकवरी हुई और न ही गोदाम तक गेहूं पहुंचा है. हालांकि अब अधिकारी कार्रवाई की तैयारी में हैं.

संतकबीर नगर में 50 लाख के गेहूं घोटाले का मामला.

बता दें कि मामला 50 लाख रुपये के गेहूं घोटाले से जुड़ा है. खलीलाबाद के दो क्रय केंद्र प्रभारियों ने सितंबर माह के समाप्त होने के बाद भी किसानों से 277 एमटी गेहूं खरीदा गया, जिसकी कीमत 50 लाख रुपये से ज्यादा की है. उसे केंद्र प्रभारियों ने जमा ही नहीं किया, जिनमें एक साधन सहकारी समिति और दूसरा डीसीएफ क्रय केंद्र शामिल है.

इसके बाद जिम्मेदारों ने दोनों केंद्रों को नोटिस भेजकर गेहूं जमा करने के साथ ही जवाब भी मांगा था, लेकिन इसके बाद भी गोदाम पर गेहूं जमा नहीं किया गया. केंद्र प्रभारियों ने गेहूं खराब होने का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ लिया. केंद्र प्रभारियों ने कहा कि गेहूं सड़ जाने के कारण गोदाम में जमा नहीं हुआ, लेकिन अधिकारी भी इनकी चाल समझ गए और गेहूं खरीद का पैसा जल्द जमा करने की बात कही.

ये भी पढ़ें- संतकबीरनगर: 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में जोड़ने के लिए धरना प्रदर्शन

12 अक्टूबर को पैसा जमा करने का वादा करने के बाद भी अभी तक पैसा जमा नहीं किया गया. अब केंद्र प्रभारियों ने तीन दिन की मोहलत मांगी है. अधिकारियों की मानें तो अगर तीन दिन में पैसा जमा नहीं हुआ तो इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इनसे पूरे पैसे की वसूली की जाएगी. मामला जो भी हो लेकिन जिस तरह से घोटालेबाजों ने सरकार को 50 लाख का चूना लगाया है. उससे साफ जाहिर होता है कि यूपी में घोटालेबाज अभी भी सक्रिय हैं.

Intro:संतकबीरनगर- 50 लाख का गेंहू डकार गए केंद्र मचा हड़कंप


Body:एंकर- यूपी सरकार भले ही घोटालेबाज के ऊपर सख्त हो लेकिन यूपी के संत कबीर नगर जिले में 50 लाख के गेहूं घोटाले कर घोटाले बाजों ने सभी को चौका दिया विभाग द्वारा कई बार नोटिस देने के बावजूद भी अब तक ना तो धन की रिकवरी हुई है नाही गोदाम तक गेहूं पहुंचा है हालांकि अब अधिकारी कार्यवाही की तैयारी में है।


Conclusion:वीओ- आपको बता दे कि मामला 50 लाख रुपए के गेहूं घोटाले से जुड़ा है, खलीलाबाद के दो क्रय केंद्र प्रभारियों ने सितंबर माह के समाप्त होने के बाद भी किसानों से खरीदा गया 277 एमटी गेहूं जिसकी कीमत 50 लाख रुपए से ज्यादा का है उसे केंद्र प्रभारियों ने जमा ही नहीं किया जिनमें एक एक साधन सहकारी समिति और दूसरा डीसीएफ क्रय केंद्र शामिल है जिसके बाद जिम्मेदारों ने दोनों केंद्रों को नोटिस भेजकर गेहूं जमा करने के साथ ही जवाब भी मांगा था लेकिन इसके बाद भी गोदाम पर गेहूं जमा नहीं किया गया लेकिन केंद्र प्रभारियों ने गेहूं खराब होने का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ लिया केंद्र को पारियों ने कहा कि गेहूं सड़ जाने के कारण गोदाम में जमा नहीं होगा लेकिन अधिकारी भी इनकी चाल समझ गए और गेहूं खरीद का पैसा जल्द जमा करने की बात कही लेकिन 12 अक्टूबर को पैसा जमा करने का वादा करने के बाद भी अभी तक पैसा जमा नहीं किया गया अब केंद्र प्रभारियों ने 3 दिन की मोहलत मांगी है अधिकारियों की मानें तो अगर 3 दिन में पैसा जमा नहीं हुआ तो इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इनसे पूरे पैसे की वसूली की जाएगी। अब मामला जो भी हो लेकिन जिस तरह से घोटालेबाज उन्हें सरकार को 50 लाख का चूना लगाया है उससे साफ जाहिर होता है कि यूपी में घोटालेबाज अभी भी सक्रिय हैं।

बाइट- रणविजय सिंह एडीएम

बाइट- रामानंद जयसवाल डिप्टी आरएमओ

बाइट- अंजना नायक जिला प्रबंधक पीसीएफ

( स्पेशल स्टोरी )

अमित कुमार पाण्डेय
संतकबीरनगर
मो-7881166766
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:22 PM IST
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