संतकबीर नगर: यूपी सरकार भले ही घोटालेबाज के ऊपर सख्त हो, लेकिन यूपी के संतकबीर नगर जिले में 50 लाख के गेहूं घोटाले कर घोटालेबाजों ने सभी को चौका दिया. विभाग द्वारा कई बार नोटिस देने के बावजूद भी अब तक न तो धन की रिकवरी हुई और न ही गोदाम तक गेहूं पहुंचा है. हालांकि अब अधिकारी कार्रवाई की तैयारी में हैं.
बता दें कि मामला 50 लाख रुपये के गेहूं घोटाले से जुड़ा है. खलीलाबाद के दो क्रय केंद्र प्रभारियों ने सितंबर माह के समाप्त होने के बाद भी किसानों से 277 एमटी गेहूं खरीदा गया, जिसकी कीमत 50 लाख रुपये से ज्यादा की है. उसे केंद्र प्रभारियों ने जमा ही नहीं किया, जिनमें एक साधन सहकारी समिति और दूसरा डीसीएफ क्रय केंद्र शामिल है.
इसके बाद जिम्मेदारों ने दोनों केंद्रों को नोटिस भेजकर गेहूं जमा करने के साथ ही जवाब भी मांगा था, लेकिन इसके बाद भी गोदाम पर गेहूं जमा नहीं किया गया. केंद्र प्रभारियों ने गेहूं खराब होने का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ लिया. केंद्र प्रभारियों ने कहा कि गेहूं सड़ जाने के कारण गोदाम में जमा नहीं हुआ, लेकिन अधिकारी भी इनकी चाल समझ गए और गेहूं खरीद का पैसा जल्द जमा करने की बात कही.
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12 अक्टूबर को पैसा जमा करने का वादा करने के बाद भी अभी तक पैसा जमा नहीं किया गया. अब केंद्र प्रभारियों ने तीन दिन की मोहलत मांगी है. अधिकारियों की मानें तो अगर तीन दिन में पैसा जमा नहीं हुआ तो इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इनसे पूरे पैसे की वसूली की जाएगी. मामला जो भी हो लेकिन जिस तरह से घोटालेबाजों ने सरकार को 50 लाख का चूना लगाया है. उससे साफ जाहिर होता है कि यूपी में घोटालेबाज अभी भी सक्रिय हैं.