संभलः सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने योगी सरकार द्वारा मदरसों और दरगाहों में योग दिवस मनाए जाने के आदेश पर ऐतराज जताया है. उन्होंने कहा कि सरकार मदरसों में हैरेसमेंट पैदा करना चाहती है. सरकार चाहती है कि मदरसे न चलें और मुस्लिम बच्चे मजहबी तालीम हासिल न करें.
संभल के दीपा सराय स्थित अपने आवास पर समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने एक बार फिर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. अपने बेबाक बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले सपा सांसद डॉ बर्क ने इस बार योग दिवस को लेकर सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि वह योग के खिलाफ नहीं है, योग करना अच्छी बात है. पहले भी पहलवान अखाड़े में कसरत करते थे, लेकिन योग मदरसों का हिस्सा नहीं है. अगर कुछ मनाना ही है तो मदरसों में तालीम दिवस मनाइए. सपा सांसद ने मदरसों में योग दिवस को मनाए जाने के सरकार के आदेश की खुली खिलाफत की है.
उन्होंने कहा कि मदरसों में योग दिवस मनाए जाने के पीछे सरकार की मंशा है कि मदरसे नहीं चले और मुस्लिम बच्चे मजहबी तालीम हासिल न कर सकें. सांसद डॉ बर्क ने कहा कि हर आदमी घर पर योग कर सकता है, लेकिन अब डेवलप कर इस पर भी कानून बना दिया. उन्होंने कहा कि मदरसों में योग दिवस की जगह तालीम दिवस मनाना चाहिए, जिससे मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को एहसास दिलाया जाए कि तुम कम पढ़ रहे हो या क्या पढ़ रहे हो. इसलिए तालीम दिवस मनाने से बच्चों की इल्म में इजाफा होगा.
आपको बता दें कि प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. इस बार भी योग दिवस को लेकर केंद्र और यूपी सरकार पूरी तैयारी के साथ दिखाई दे रही है. योगी सरकार ने इस बार प्रदेश के मदरसों और दरगाहों में भी योग दिवस मनाए जाने के निर्देश जारी किए हैं. इसके बाद अब योग दिवस को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. इस कड़ी में सपा सांसद डॉ बर्क ने मदरसों में योग दिवस मनाए जाने का खुला विरोध किया है.
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