संभल: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासत तेज हो गई है. सभी पार्टियां केंद्र की सत्ता हासिल करने के लिए सारे हथकंडे अपना रही हैं. वहीं, बिहार सरकार कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़े को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि जातीय जनगणना के आधार पर बिहार में सर्वाधिक संख्या दलितों और मुसलमानों की है. इसलिए, नीतीश कुमार मुख्यमंत्री की कुर्सी दलित या मुसलमान को सौंपे.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जातीय जनगणना जारी किए जाने के बाद अब राजनीति में तरह-तरह के कयासों को हवा दी जा रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, 'जातीय जनगणना के आधार पर बिहार में सर्वाधिक संख्या दलित और मुसलमानों की है. इसलिए, अब नीतीश जी को मुख्यमंत्री की कुर्सी किसी दलित या मुसलमान को सौंप कर जितनी जिसकी संख्या भारी उतनी उसकी हिस्सेदारी के स्लोगन को सार्थक करते हुए बाबा साहब के सपने को साकार कर देना चाहिए. क्योंकि, 20 फीसदी दलित और 18 फीसदी मुसलमान के होते हुए सिर्फ तीन फीसदी जाति का सीएम होना बेईमानी है'.
कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि नीतीश कुमार के पास सुनहरा मौका है कि वह जिसकी संख्या भारी, उतनी उसके हिस्सेदारी के स्लोगन को सार्थक करें और बाबा साहब के सपनों को साकार करें. दरअसल, बिहार सरकार द्वारा जाति जनगणना के आंकड़ों को जारी किया गया है. इसके तहत ओबीसी समुदाय की आबादी 27.12 प्रतिशत है. वहीं, कुर्मी जाति से आने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जाति बिहार की कुल आबादी का सिर्फ 2.8 फीसदी है.
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