संभल: जिले में आजकल सुबह होते ही पालिका की गाड़ी की धुन सुनाई देती है, गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल. संभल के लोग रोज सुबह यही धुन सुनकर कचरा देने घरों से निकलते हैं और गाड़ियों में डाल देते हैं. इस दौरान पालिका की गाड़ी लोगों को नालों में कूड़ा न डालने की हिदायत भी देती है.
- संभल में स्वच्छता अभियान को लगे पंख, 90 फीसदी घरों से उठ रहा कचरा
- चंबल पालिका रोज शहर से निकाल रही 1000 टन कचरा
- वार्डों में लगाई गईं 35 मिनी गाड़ियां, हर घर से 50 रुपये महीना ले रहे शुल्क
कचरे वाली गाड़ी ने शहर में स्वच्छता का माहौल बना दिया है. सुबह दरवाजे-दरवाजे पहुंचने वाली कचरा गाड़ियां शहर के 90 फ़ीसदी घरों से प्रतिदिन 1000 टन कचरा ले रही हैं. स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है. लोग बेसब्री से कचरा गाड़ी का इंतजार करते हैं. चंबल पालिका घर-घर कचरा संग्रह करने के लिए 35 मिनी गाड़ियों का संचालन कर रही है. सभी गाड़ियों पर हरे और नीले रंग के डिब्बे लगे हैं. सभी 37 वार्डों में गाड़ियां लगाई गई हैं. घर-घर कूड़ा उठाने वाली संस्था लोगों से 50 रुपये महीना वसूल रही है.
शहर के चौक चौराहे पर अब कूड़े के ढेर नजर नहीं आते हैं. पहले शहर में दाखिल होते ही कूड़े-कचरे के ढेर नजर आते थे. इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती थी. अब स्थिति बदल गई है. हालांकि अब भी कुछ लोग किसी के घर और दुकान के आगे कूड़ा फेंक आते हैं. बावजूद इसके संभल में साफ-सफाई बढ़ी है और पालिक समेत लोगों ने स्वच्छता की महत्व समझा है.