संभल : उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जहां अपनी हर जनसभा में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का दावा कर रहे हैं तो वहीं संभल का जिला अस्पताल आज भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है.
सपा सरकार में बने इस जिला अस्पताल में आज न तो पर्याप्त संख्या में डॉक्टर हैं और न ही चिकित्सीय उपकरण. जिला अस्पताल के लिए करोड़ों रुपए का बजट रखा गया है. मगर नीचे से लेकर ऊपर तक चिकित्सा विभाग के अधिकारी इसका भट्टा बैठा रहे हैं.
इस मामले में जब मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एके गुप्ता से बात की गई, तब उन्होंने बताया कि वह शासन को कई बार पत्र लिखकर वर्तमान स्थिति के बारे में बता चुके हैं. मगर इसपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने ये भी बताया कि आईसीयू और वेंटिलेटर की सुविधा तो बहुत दूर यहां पर फिजिशियन तक नहीं उपलब्ध है.
उन्होंने आगे कहा कि यहां 66 डॉक्टरों के पद सृजित हैं. मगर मात्र पांच डॉक्टरों की तैनाती है. इसमें से एक या दो छुट्टी पर भी रहते हैं. ऐसे में जिला अस्पताल में प्रतिदिन होने वाली करीब 700 से 800 ओपीडी किस तरह से संभाली जाती है, यह तो ऊपर वाला ही जानता है.
गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों और घायल मरीजों के बारे में डॉक्टर गुप्ता से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि घायल और गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों को मुरादाबाद जिला अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है.