सहारनपुर : जिले में इन दिनों आई बाढ़ से लोग परेशान हैं. शहर के बीचोंबीच गुजरने वाली ढमोला नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. नदी के किनारे वाले इलाकों में बाढ़ ने कहर बरपाया हुआ है. नदी किनारे बसे हजारों घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम के साथ अब सामाजिक संगठन भी आगे आने लगे हैं. बुधवार की रात ढमोला नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से थाना सदर बाजार इलाके के शास्त्री नगर के मकानों में पानी घुस गया. गलियों और घरों में 4 से 6 फीट पानी आ गया. इससे उनकी जान पर बन आई. श्रीराम सेना के अध्यक्ष और पदाधिकारियों ने जान जोखिम में डालकर सैकड़ों बुजुर्गों और बच्चों को सकुशल बाहर निकाला.
नदी में बाढ़ से कई घरों में घुसा पानी : बता दें कि इन दिनों यूपी के सहारनपुर समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में बाढ़ के हालात हैं. ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरों तक हाहाकार मचा हुआ है. इसी बीच बीती देर रात ढमोला नदी का जलस्तर बढ़ने से कई परिवारों की जान पर बन आई. अचानक गलियों और घरों में कई फीट पानी घुस गया. इससे महिलाओं और बच्चों समेत सैकड़ों लोग छतों पर चढ़ गए. वे पड़ोसियों से मदद मांगने लगे.
कार्यकर्ताओं के साथ गहरे पानी में कूदे राष्ट्रीय अध्यक्ष : पड़ोसी चाहते हुए भी उनकी मदद नहीं कर पा रहे थे. इसकी जानकारी मिलने पर श्रीराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विभोर राणा अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंच गए. जान जोखिम में डालकर वह गहरे पानी में कूद पड़े. इसके बाद अन्य कार्यकर्ता भी पहुंच गए. जैसे-तैसे लोगों के घरों तक पहुंचकर लोगों को सकुशल बाहर निकाल लिया. काफी संख्या में महिलाओं और बच्चों को बाहर निकाल लिया गया.
यह भी पढ़ें : हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया ढाई लाख क्यूसेक पानी, कई गांव डूबने से बढ़ी परेशानी
नहीं मिली प्रशासनिक सहायता : घरों में घुसे पानी से खाने-पीने के सामान के साथ कपड़े और बिस्तर भी डूब गए. आधी रात में जब प्रशासनिक सहायता नहीं पहुंची तो श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं ने 100 से ज्यादा लोगों की जान बचाई. 4 दिन से हो रही बारिश के कारण शहर की 40 से ज्यादा कॉलोनियां जलमग्न हो चुकी हैं. हजारों लोगों को प्रशासन द्वारा रेस्क्यू कर बचाया गया है. बीती आधी रात को साकेत विहार व शास्त्रीनगर सहित 4-5 कॉलोनियों में ढमोला नदी के जलस्तर बढ़ने पर गली मोहल्लों के कई मकानों में कई फुट तक जलभराव हो गया. सूचना मिलने पर श्री राम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विभोर राणा अपनी टीम के साथ प्रभावित क्षेत्रों की गलियों में जाकर रेस्क्यू कर सैकड़ों लोगों को पानी से बाहर निकाल सुरक्षित स्थान पर ले गए. इससे बाद उनके रहने और भोजन की व्यवस्था अध्यक्ष ने अपने आवास पर की.
बाढ़ पीड़ित महिला रितु ने बताया कि देर रात जिला प्रशासन के नंबरों पर कॉल करने के बाद जब कोई सहायता नहीं पहुंची तो उन्होंने श्री राम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विभोर राणा को फोन कर अपनी परेशानी बताई. इसके बाद वह कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए. इसके बाद बाढ़ से घिरे सैकड़ों लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
जंगलों में बाढ़ से जानवर भी परेशान : सहारनपुर में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है, वहीं इलाके में भी पानी घुस गया है. तेज बहाव में जंगली जानवर और जीव-जंतु भी बहते चले जा रहे हैं. थाना गंगोह इलाके के गांव हलकाना में दो दिन पहले मंगलवार की रात को एक हिरण घायल अवस्था में मिला था. हिरण गांव के बाहरी छोर पर किसान के घेर में घुस गया. हिरण बारहसिंघा प्रजाति का बताया जा रहा है. वन विभाग के अधिकारी हिरण को हॉस्पिटल ले गए. यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से तटीय इलाकों में भी बाढ़ आई हुई है. ग्रामीणों ने बताया कि जिस ग्रामीण के घेर में हिरण घुसा था उसको दूर से ही पहचान ले रहा है. वन विभाग की टीम के मुताबिक हिरण को सरसावा के जंगलों में छोड़ दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें : आसमान से बरस रही आफत की बारिश, चारों ओर त्राहिमाम-त्राहिमाम, बाढ़ की चपेट में आए कई गांव